नई दिल्ली। महाराष्ट्र की सियासत अभी जल्दी ठंडी होती नहीं दिख रही। शिवसेना में मची जंग हर रोज सियासत और बयानबाजी के नए रंग दिखा रही है। ताजा मामला बीते कल यानी शुक्रवार का है। कल महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस रात में दिल्ली पहुंचे। दोनों नेताओं ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। मुलाकात की तस्वीरें जो आईं, तो तीनों नेता काफी खुश दिख रहे थे। वहीं, शिंदे और फडणवीस के अमित शाह से मुलाकात से पहले ही शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साध दिया। राउत ने आरोप लगाया कि बीजेपी सिर्फ शिवसेना को ही छीनना नहीं चाहती, उसे पूरी तरह खत्म करना चाहती है।
महाराष्ट्र के नवनियुक्त मुख्यमंत्री @mieknathshinde जी व उप-मुख्यमंत्री @Dev_Fadnavis जी से भेंट की और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
मुझे विश्वास है कि श्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन में आप दोनों पूरी निष्ठा के साथ जनता की सेवा कर महाराष्ट्र को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाएंगे। pic.twitter.com/hmuO8SSwg8
— Amit Shah (@AmitShah) July 8, 2022
राउत ने और क्या-क्या कहा, ये आपको बताएंगे, लेकिन पहले जानते हैं कि आखिर शिंदे और फडणवीस ने अमित शाह से मुलाकात क्यों की? तीनों नेताओं की मुलाकात की जानकारी अमित शाह और शिंदे ने ट्वीट कर दिया। शिंदे ने बताया कि राज्य के कुछ मुद्दों को सुलझाने के लिए वो और फडणवीस दिल्ली आकर शाह से मिले और शाह ने उन्हें केंद्र की तरफ से हरसंभव मदद देने का वादा किया।
मुख्यमंत्री या नात्याने पदभार स्विकारल्यानंतर आज उपमुख्यमंत्री श्री.@Dev_Fadnavis यांच्यासोबत दिल्ली येथे देशाचे गृहमंत्री श्री.@AmitShah यांची भेट घेतली. यासमयी त्यांनी राज्याच्या सर्वांगीण विकासासाठी लागेल ती मदत केंद्र सरकार नक्कीच करेल असे मला आश्वस्त केले.#MaharashtraFirst pic.twitter.com/9A9xg0qjQc
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) July 8, 2022
वहीं, संजय राउत ने इन नेताओं की मुलाकात से पहले आरोप लगाया कि बीजेपी सिर्फ शिवसेना का विभाजन नहीं, बल्कि विनाश चाहती है। राउत ने ये आरोप भी लगाया कि बीजेपी महाराष्ट्र को तीन हिस्सों में बांटने की तैयारी में है और इसी वजह से उसने शिवसेना को मिटाने की तैयारी की है। उद्धव कैंप में शामिल संजय राउत ने शिंदे सरकार को अवैध भी करार दिया। जबकि, अभी मामला सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए है। बता दें कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के 39 विधायकों ने उद्धव ठाकरे से बगावत कर दी थी। वे अब बीजेपी के सहयोग से महाराष्ट्र में सरकार चला रहे हैं।