नई दिल्ली। मध्यप्रदेश में इन दिनों शराब के ठेकों को लेकर बवाल मचा हुआ है। कमलनाथ सरकार की राज्य में शराब की उपदुकान खोलने की इजाज़त की कार्यवाही पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सीएम कमलनाथ का यह फैसला प्रदेश को मदिरा प्रदेश बना देगा।
दरअसल मध्यप्रदेश सरकार मानती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहां शराब दुकान संचालित करने का ठेका दिया जाता है, उससे इतर शराब की बिक्री होती है।
मैंने मुख्यमंत्री कमलनाथ जी से शराब की दुकानें न खोलने की अपील की है। चिट्ठी लिखकर भी अपील कर रहा हूं कि शराब की उपदुकानें खोलने का यह फैसला प्रदेश को तबाह और बर्बाद करने वाला है। यह फैसला वापस नहीं लिया गया तो हम जनता के साथ मिलकर आंदोलन करेंगे। #MP_मांगे_जवाब pic.twitter.com/IEyEMck3lE
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 10, 2020
इसे संस्थागत रूप देने के लिए समूह में शराब दुकानों का संचालन करने वालों से एक निश्चित फीस लेकर पांच किलोमीटर के दायरे में उपदुकान खोलने की अनुमति दी जा सकती है।
“मैंने मुख्यमंत्री कमलनाथ जी से शराब की दुकानें न खोलने की अपील की है।”: @ChouhanShivraj #MP_मांगे_जवाब pic.twitter.com/yMkfBDmECi
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) January 10, 2020
इसी बात पर भड़के हुए शिवराज सिंह ने कहा कि इस फैसले से प्रदेश में शराब की दुकान दुगनी तिगुनी हो जाएगी। यह प्रदेश को शराब के नशे में डुबाने वाला फैसला है। शिवराज ने कहा कि एक तरफ माफिया अभियान चला रहे है दूसरी तरफ राज्य को शराब माफिया के हवाले कर दिया गया ह। शिवराज सिंह चौहान में कमलनाथ सरकार को चेतावनी भी दी।
उन्होंने कहा, “मैं सीएम कमल नाथ को आज पत्र लिखूंगा। मुझे प्रदेश के भविष्य की चिंता है। माताओं बहनों की चिंता है। मैं सरकार से मांग कर रहा हूँ कि फैसला वापस लें अन्यथा हम जनता के साथ आंदोलन करेंगे।