नई दिल्ली। यूं तो अपराध जगत से जुड़ी बेशुमार खबरें आए दिन खबरों की दुनिया में चर्चा में रहती है। कभी चोरी, तो कभी डकैती, तो कभी लूटमारी, तो कभी छीनाझपटी, तो कभी हत्या, तो कभी जानलेवा हमला। इस तरह के ना जाने कितने ही मसले अपराध की दुनिया में सुर्खियों में रहते हैं। आमतौर पर हर मसले में देखा जाता है कि पुलिस अपराधी के खिलाफ केस दर्ज करती है। फिर मसला कोर्ट में जाता है और वहां अंतिम फैसला होता है। या तो अपराधी सलाखों की गिरफ्त से आजाद होता है, तो अपनी बकाया जिंदगी सलाखों के पीछे काटने के लिए खुद को तैयार करता है। लेकिन इस दौरान हमेशा ही पुलिस के रवैयों को लेकर सवाल उठाए जाते रहते हैं। जिसे लेकर कई मौकों पर बहस भी होती दिखी है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि आप आपराधिक खबरों के संदर्भ में भूमिकाओं का सैलाब बहाने पर आमादा हो चुके हैं। आखिर माजरा क्या है। जरा कुछ खुलकर बताएंगे। तो चलिए अब हम आपको पूरा माजरा तफसील से बतातें हैं।
तो क्या है माजरा
हैरान कर देने वाला यह माजरा उत्तर प्रदेश के जिला मेरठ से सामने आया है, जहां एक मुफ्ती पर मदरसे में पढ़ने वाले 11 वर्षीय बच्चे के साथ कुकर्म करने का आरोप लगा है। मुफ्ती की दरिंदगी का अंदाजा आप महज इसी से लगा सकते हैं कि बच्चे के साथ उसने 19 बार कुकर्म किया है। बता दें कि इस पूरे मसले को लेकर पीड़ित बच्चे के पिता ने इंसाफ के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। वहीं, बच्चे का मेडिकल करवाया जा चुका है। रिपोर्ट का इंतजार है। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ साफ हो पाएगा। वहीं, आरोपी मुफ्ती फरार है।
जिसे पकड़ने के लिए पुलिस अपने पूरे अमले को सक्रिय कर चुकी है। बता दें कि आरोपी मुफ्ती का नाम अब्दुल कमाल है, जो कि सटला का रहने वाला है। मुफ्ती आस पास के रहने वाले बच्चों को तालीम देता है। पीड़ित बच्चा पिछले सात महीने से उक्त मुफ्ती के पास तालीम हासिल कर रहा था। लेकिन तालीम की आड़ में मुफ्ती ने बच्चे के साथ दरिंदगी भरा कुकृत्य किया है। फिलहाल पुलिस इस पूरे मसले की जांच कर रही है। अब ऐसी स्थिति में आगे चलकर यह पूरा माजरा क्या कुछ रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।