बरेली। यूपी में विधानसभा चुनाव हुए और आंकड़ों के मुताबिक मुस्लिम वोटरों ने समाजवादी पार्टी को खूब वोट दिए। वहीं, बरेली की एक मुस्लिम महिला ने बीजेपी को वोट देकर अपने पति और ससुराल वालों की नाराजगी मोल ले ली। इस महिला का आरोप है कि जब ससुराल के लोगों को पता चला कि उसने बीजेपी को वोट दिया है, तो पहले उसे जमकर पीटा गया और फिर घर से निकाल दिया गया। महिला का कहना है कि उसने उत्पीड़न की शिकायत पुलिस में करने की बात कही, तो ससुराल वालों ने तलाक और भाई को जान से मार देने की धमकी भी दी। पुलिस से महिला ने अपने ससुराल के लोगों और पति की शिकायत की है। बरेली पुलिस का कहना है कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
वादिनी की तहरीर के आधार पर थाना बारादरी, बरेली पर अभियोग पंजीकृत किया गया है। साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जायेगी।
— Bareilly Police (@bareillypolice) March 21, 2022
इस महिला का नाम उजमा है। उसका निकाह अपने मोहल्ले एजाज नगर गौटिया के तस्लीम अंसारी से जनवरी 2021 में हुआ था। दोनों की लव मैरिज थी। उजमा ने मीडिया को बताया कि उसने इस बार बीजेपी को वोट दिया था। इसकी जानकारी मामा ससुर मौलाना तैयब और देवर आरिफ को हो गई। इसके बाद ही ससुराल उसके लिए जहन्नुम बन गया। ससुराल के लोगों ने उसे पीटा। तैयब और आरिफ ने धमकी दी कि अब उसका पति तलाक देगा। महिला के मुताबिक दोनों ने ये भी कहा कि अगर बीजेपी सरकार में हिम्मत है, तो वो तलाक रुकवाकर दिखाए। इसके बाद उसे ससुराल से निकाल दिया।
उजमा का पति इस मामले में चुप है। पीड़ित के पिता ताहिर अंसारी मजदूरी करते हैं। इस मामले में उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने हिंदी अखबार ‘हिंदुस्तान’ से कहा कि किसी को भी कोई वोट दे सकता है। इसे सियासी नजरिए से देखना गलत है। अगर ससुराल के लोग या पति तलाक की धमकी दे रहे हैं, तो ये भी गलत है। मौलाना शहाबुद्दीन का कहना है कि ससुराल वालों को उजमा से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने शरीयत के खिलाफ काम किया है।