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Video: ब्रिगेडियर लिड्डर हुए पंचतत्व में विलीन, नम आंखों से बोली बेटी-पापा मेरे हीरो थे, लेकिन…

ब्रिगेडियर एलएस लिड्डुर की बेटी आशना ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में कहा कि  मैं 17 साल की  हो जाऊंगी तो मेरे पिता मेरे साथ 17 साल तक थे। हम अच्छी यादों के साथ आगे बढ़ेंगे। यह एक राष्ट्रीय क्षति है। मेरे पिता हीरो थे, मेरे सबसे अच्छे दोस्त थे। शायद यह किस्मत में था और आगे हमारे रास्ते में अच्छी चीजें आएं। वह सबमें जोश भरते थे. वह मेरे सबसे बड़े मोटिवेटर थे।

नई दिल्ली। इन लम्हों को न ही तस्वीरों में बयां किया जा सकता है कि और न ही हर्फों में..आज हर किसी की आंखों नम हैं…लोगों की आमद से गुलजार रहने वाली गलियां आज थम-सी चुकी है..फूलों की बारिश के बीच जनरल बिपिन रावत समेत अन्य सैन्य अधिकारियों के पार्थिव देह को अंतिम संस्कार कराने हेतु ले जाया जा रहा है। नम आंखों से कराहते लोग भारत माता की जय के नारे लगा रहे हैं। जनरल बिपिन रावत समेत अन्य सैन्य अधिकारियों का नाम लेकर नारे लगा रहे हैं। यकीनन, यह पल बेहद ही दुखदायी है। इस पल को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। 13 सैन्य अधिकारियों को हमने खो दिया है। पूरे देश में दुखों का पहाड़ टूट पड़ रहा है। वहीं सैन्य अधिकारियों के परिजनों की आंखों में भी अपनों को खोने का गम साफ झलक रहा है। इसी बीच कुन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए बिग्रेडियर एलएस लिड्डुर को नम आंखों से सभी ने श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी से लेकर रक्षा मंत्री समेत तमाम सियासी नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इस बीच बिग्रेडियर एलएस लिडुडर की बेटी और उनकी पत्नी ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में अपने पति और पिता को खोने का गम साझा किया है। उनके जुबां से निकल हर्फो में जहां एक तरफ अपने पिता और पति को खोने का गम झलक रहा था, तो वहीं उनकी शौर्य पर गर्व भी दिख रहा था।

ब्रिगेडियर एलएस लिड्डुर की बेटी आशना ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में कहा कि  मैं 17 साल की  हो जाऊंगी तो मेरे पिता मेरे साथ 17 साल तक थे। हम अच्छी यादों के साथ आगे बढ़ेंगे। यह एक राष्ट्रीय क्षति है। मेरे पिता हीरो थे, मेरे सबसे अच्छे दोस्त थे। शायद यह किस्मत में था और आगे हमारे रास्ते में अच्छी चीजें आएं। वह सबमें जोश भरते थे. वह मेरे सबसे बड़े मोटिवेटर थे। वहीं, उनकी पत्नी गीतिका ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में अपना दुख साझा करते हुए कहा कि हमें उन्हें खुशी-खुशी विदा करना चाहिए। मैं एक सैनिक की पत्नी हूं। यह बहुत बड़ा नुकसान है।

उनके द्वारा कहे गए ये अल्फाजों को अभी जो भी सुन रहा है, उसका दिल पसीज जा रहा है। यकीनन यह किसी दिलेरी से कम नहीं है कि जब आप अपने पति और पिता को खो चुके होते हैं,  लेकिन इसके बावजूद भी आप अपने दृढ साहस का परिचय देते हैं। यह अपने आप में दिलेरी भरा काम है।

Brig LS Lidder

बता दें कि विगत बुधवार को न जाने किस मनहूस घड़ी में सी डीएस जनरल बिपन रावत समेत 14 सैन्य अधिकारी सुल्लूर एक सैनिक स्कूल में व्याख्यान देने के लिए रवाना हुए थे, लेकिन तमिलनाडु के नीलगिरी के कुन्नूर जिले में उनका हेलीकप्टर क्रैश हो गया, जिससे 13 जवानों का निधन हो गया। पूरा देश आज शोकाकुल है।  हर शख्स इन वीर सैनिकों को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पति कर रहा है। इन 13  सैन्य अधिकारियों का निधन हमारे लिए अपूरनीय क्षति है।