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One Nation-One Election JPC : वन नेशन-वन इलेक्शन से संबंधित जेपीसी में प्रियंका गांधी समेत इन नेताओं के नाम

One Nation-One Election JPC : मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के आधार पर कहा गया है कि कांग्रेस ने अपने चार सांसदों के नाम जेपीसी सदस्य के रूप में फाइनल कर लिए हैं। वहीं इंडी गठबंधन में शामिल अन्य दलों ने भी अपने सदस्यों के नाम तय कर लिए हैं। अब इनके नामों को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के पास भेजा जाएगा।

नई दिल्ली। वन नेशन-वन इलेक्शन बिल पर चर्चा के लिए गठित ज्वॉइंट पार्लियामेंट्री कमिटी (जेपीसी) में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी का भी नाम है। मीडिया में चल रही खबरों में यह दावा किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त रणदीप सुरजेवाला, मनीष तिवारी और सुखदेव भगत भी जेपीसी में कांग्रेस की ओर से शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस ने अपने इन चार सांसदों के नाम जेपीसी सदस्य के रूप में फाइनल कर लिए हैं। अब इन चारों के नाम को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के पास भेजा जाएगा। लोकसभा में मंगलवार को एक देश-एक चुनाव के लिए 129वां संविधान संसोधन बिल पेश किया था।

वहीं, इंडिया गठबंधन में शामिल अन्य दलों की बात करें तो तृणमूल कांग्रेस की तरफ से सांसद कल्याण बनर्जी और साकेत गोखले जेपीसी के सदस्य हो सकते हैं। जबकि शिवेसना शिंदे गुट के सांसद श्रीकांत बतौर जेपीसी सदस्य शामिल होंगे। समाजवादी पार्टी धर्मेंद्र यादव के नाम को जेपीसी के लिए भेज सकती है। डीएमके की तरफ से पी. विल्सन और टी सेल्वागेथी के नाम को जेपीसी कमेटी के पास भेजा जा सकता है। जेपीसी की कमेटी में राज्यसभा और लोकसभा दोनों सदनों के सदस्यों को शामिल किया जाता है। हालांकि जेपीसी में अधिकतम कितने सदस्य होंगे, इस बात का निर्णय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला करेंगे।

समीक्षा के बाद रिपोर्ट तैयार करती है जेपीसी 

संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों को शामिल किया जाता है। समिति में शामिल सभी सदस्य संबंधित बिल या मुद्दे पर पूरी समीक्षा करने के बाद रिपोर्ट तैयार करते हैं। उसके बाद इस रिपोर्ट को सरकार के पास भेजा जाता है। आपको बता दें कि केंद्र की मोदी सरकार का कहना है कि एक देश-एक चुनाव आज के समय भारत की जरूरत है। देश में एक के बाद एक कहीं न कहीं चुनाव होते रहते हैं। इन चुनावों में बहुत सा पैसा खर्च होता है। सरकार का मानना है कि अगर पूरे में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव भी होंगे तो इससे समय, संसाधन और पैसा सभी की बचत होगी।