मुंबई। महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के दिन गिने-चुने लग रहे हैं। इसकी बड़ी वजह है गठबंधन में शामिल कांग्रेस। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने एक बार फिर कुछ ऐसा कहा है, जिससे इन कयासों को बल मिल रहा है कि उद्धव सरकार और कांग्रेस का रिश्ता खत्म होने के कगार पर है। नाना पटोले पहले भी कह चुके हैं कि अगले सारे चुनावों में महाराष्ट्र कांग्रेस अकेले दम पर लड़ेगी। ऐसे लगातार बयानों के बाद उनको दिल्ली तलब किया गया था। मंगलवार को राहुल गांधी से नाना पटोले ने मुलाकात की थी। जिसके बाद अब उन्होंने फिर कहा है कि महाराष्ट्र में महानगर पालिका और स्थानीय निकायों के चुनाव कांग्रेस खुद के दम पर लड़ेगी। नाना के दिल्ली से लौटकर आने के बाद इस बयान से साफ लग रहा है कि उनको राहुल गांधी का वरदहस्त मिला हुआ है। नाना ने ये भी कहा कि महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में बदलाव या विस्तार के मसले पर राहुल से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई है और संगठन को दुरुस्त करने पर ही चर्चा हुई है। नाना पटोले के साथ राहुल गांधी से मिलने वालों में महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी एचके पाटिल और कांग्रेस के संगठन मंत्री केसी वेणुगोपाल भी थे।
बता दें कि अघाड़ी सरकार के कई नेता पहले ही एचके पाटिल से नाना पटोले की बयानबाजी रुकवाने की मांग कर चुके हैं। एनसीपी के चीफ शरद पवार ने भी कांग्रेस के नेताओं से इस बारे में बात की थी, लेकिन नाना पटोले की जुबान पर ताला लगाने में सभी नाकाम रहे।
नाना पटोले दरअसल राहुल गांधी और कांग्रेस के नेताओं को समझा चुके हैं कि अगर कांग्रेस अकेले नहीं लड़ेगी, तो महाराष्ट्र में उसकी दुर्गति तय है। अगर अगले साल महानगर पालिका और स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस गठबंधन करेगी, तो उसे नुकसान होगा। नाना ने यह भी बताया कि राहुल गांधी महाराष्ट्र का दौरा करेंगे। इस दौरान मुंबई, औरंगाबाद और नागपुर में राहुल की रैलियां भी कराई जाएंगी।