जबलपुर। नक्सलियों की कमर जैसे-जैसे टूट रही है, उनके नेता और सदस्य अब खुद को बचाने के लिए शहरों में छिपकर रह रहे हैं। ऐसे ही एक नक्सली नेता को मध्यप्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने जबलपुर में पत्नी समेत गिरफ्तार किया है। नक्सली नेता अशोक रेड्डी उर्फ बलदेव की उम्र 62 साल है। उसे एटीएस ने पत्नी रैमती उर्फ कुमारी पोटाई के साथ पकड़ा। अशोक रेड्डी पर 82 लाख रुपए का इनाम है। मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र सरकारों ने मिलकर नक्सली नेता अशोक रेड्डी पर ये इनाम रखा है। मध्यप्रदेश एटीएस ने नक्सली नेता और उसकी पत्नी से पिस्टल, कारतूस, 3 लाख रुपए और माओवादी साहित्य भी बरामद किया। एटीएस के मुताबिक अशोक रेड्डी और रैमती दोनों ही सीपीआई-माओवादी के सक्रिय सदस्य हैं।
मध्यप्रदेश एटीएस के मुताबिक सोमवार को मुखबिरों से जानकारी मिली थी कि तेलंगाना के गोलकुंडा का मूल निवासी अशोक रेड्डी और छत्तीसगढ़ के नारायणपुर की रहने वाली उसकी पत्नी जबलपुर में आए हैं। दोनों का इरादा इलाज कराने का था। एक अस्पताल में वे पहुंचे थे। एटीएस की टीम ने इस बारे में पुख्ता जानकारी मिलने पर अस्पताल पर छापा मारा और अशोक रेड्डी और रैमती को पकड़ लिया। एटीएस के मुताबिक अशोक रेड्डी सीपीआई-माओवादी की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का मेंबर है। नक्सलियों के लिए रैमती बस्तर के उत्तरी क्षेत्र में प्रचार का काम करती थी। उसके जिम्मे माओवादी साहित्य, पर्चे वगैरा छपवाने का काम भी है।
एटीएस के मुताबिक अशोक रेड्डी पर 4 राज्यों में हत्या, हत्या की कोशिश, डकैती, उपद्रव, पुलिस पर हमला, अगवा करने, लूट, आगजनी, आर्म्स एक्ट और विस्फोटक एक्ट में 60 केस दर्ज हैं। अशोक रेड्डी के बारे में मध्यप्रदेश एटीएस का कहना है कि वो तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के इलाकों में नक्सली गतिविधियां करता रहा है। मध्यप्रदेश में नक्सलियों का नेटवर्क मजबूत करने और लोगों को इसमें शामिल करने में भी अशोक रेड्डी जुटा था। अशोक रेड्डी और रैमती से पूछताछ कर उसके और साथियों को भी पकड़ने की कोशिश एटीएस के अफसर कर रहे हैं।