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Blast: नक्सलियों ने दिल्ली-हावड़ा रेल रूट को बनाया निशाना, झारखंड में उड़ाई रेल पटरी

नक्सली हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी को काला दिवस मनाते हैं। नक्सली बताने की कोशिश करते हैं कि वे संविधान को नहीं मानते। नक्सली इन दोनों तारीखों को अपने प्रभाव वाले हिस्सों में बंद के तौर पर मनाते हैं। इस दौरान उत्पात मचाने के अलावा सुरक्षा बलों के जवानों को निशाना बनाने का काम भी वे करते हैं।

रांची। 26 जनवरी के मौके पर देश उत्साह में था, तो नक्सली अपनी करतूत में जुटे हुए थे। नक्सलियों ने झारखंड के गिरिडीह में दिल्ली-हावड़ा रेल खंड पर धमाका कर रेल की पटरी को उड़ा दिया। अप और डाउन ट्रैक पर विस्फोट किए गए और इससे रेल यातायात पर असर पड़ा है। पुलिस के मुताबिक सरिया थाना इलाके के चिचाकी और चौधरीबांध रेलवे स्टेशनों के बीच रेल की पटरी उड़ाई गई है। दिल्ली-हावड़ा रूट देश के व्यस्ततम रूट्स में शामिल है। पटरी को ठीक करने का काम किया जा रहा है। दरअसल, बीते दिनों नक्सली संगठन सीपीआई माओवादी के नेता प्रशांत बोस और उसकी बीवी शीला को गिरफ्तार किया गया था। नक्सलियों ने इसके खिलाफ 21 से 26 जनवरी तक विरोध दिवस मनाया और आज उन्होंने बंद का आह्वान किया है। इसी बंद के दौरान रेल पटरी को उड़ाने की करतूत नक्सलियों ने की है।

वैसे नक्सली हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी को काला दिवस मनाते हैं। नक्सली बताने की कोशिश करते हैं कि वे संविधान को नहीं मानते। नक्सली इन दोनों तारीखों को अपने प्रभाव वाले हिस्सों में बंद के तौर पर मनाते हैं। इस दौरान उत्पात मचाने के अलावा सुरक्षा बलों के जवानों को निशाना बनाने का काम भी वे करते हैं। इस बार उन्होंने झारखंड मे रेल की पटरी को नुकसान पहुंचाया है। बता दें कि इन दिनों नक्सल प्रभावित राज्यों में सुरक्षाबलों ने जबरदस्त अभियान छेड़ा हुआ है। इसमें तमाम नक्सली नेता मारे भी गए हैं और गिरफ्तारी भी काफी हुई है।

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पिछले साल के अंतिम दिनों में महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में नक्सलियों के खिलाफ जोरदार अभियान के दौरान सैकड़ों नक्सलियों को मार गिराया गया था। सुरक्षाबलों के जवानों ने इसके अलावा कई नेताओं को भी गिरफ्तार किया। कोरोना से भी तमाम नक्सली नेता मारे गए हैं। ये अभियान अब भी जोर शोर से चल रहा है। सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो को नक्सलियों का उन्मूलन करने में लगाया गया है। इससे छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा जैसे राज्यों में नक्सली गतिविधियों पर काफी लगाम कसा जा सका है।