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Atique Ahmed: वही हुआ, जिसके थे कयास, NHRC ने लिया अतीक-अशरफ की हत्या का संज्ञान, योगी सरकार को भेजा नोटिस

Atique Ahmed: सीएम योगी का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब लगातार तमाम विपक्षी दल अतीक अशरफ की हत्या के बाद सीएम योगी को घेर रहे हैं कि आखिर कैसे पुलिस अभिरक्षा में तीनों आरोपियों ने अतीक अशरफ को मौत के घाट उतार दिया, यकीनन यह जांच का विषय है।

नई दिल्ली। आखिरकार अतीक अहमद मामले में भी वही हुआ जिसके कयास लगाए जा रहे थे। अब आपके जेहन में सवाल उठ रहे होंगे कि आप किन कयासों की बात कर रहे हैं, तो हम बात कर रहे हैं मानवाधिकार के, जी हां…आपको बता दें कि अतीक अहमद मामले को संज्ञान में लेने के बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस भेजा है। अब इस नोटिस के बाद योगी सरकार का क्या जवाब रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आपको बता दें कि जिस तरह से पुलिस अभिरक्षा में रहने के दौरान तीनों आरोपियों ने अतीक अशरफ को पुलिस की भारी मौजूदगी के बीच भून दिया, उसके बाद से ही लगातार योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं। हालांकि, सीएम योगी ने पूरे मामले पर अपनी पहली प्रतिक्रिया में स्पष्ट कर दिया है कि अब इस मामले के बाद कोई भी माफिया किसी आम जनता को धमकाने की जुर्रत नहीं करेगा।

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ध्यान रहे कि सीएम योगी का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब लगातार तमाम विपक्षी दल अतीक अशरफ की हत्या के बाद सीएम योगी को घेर रहे हैं कि आखिर कैसे पुलिस अभिरक्षा में तीनों आरोपियों ने अतीक अशरफ को मौत के घाट उतार दिया, यकीनन यह जांच का विषय है। हालांकि, सीएम योगी की तरफ से मामले की विस्तृत जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया है, जिसे इस पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है और जांच के संदर्भ में शासन को रिपोर्ट सौंपने के लिए बाकायदा तीन माह का समय भी दिया गया है। वहीं, अब इस पूरे मामले में मानवाधिकार आयोग के हस्तक्षेप की बात करें, तो इसके कयास काफी दिनों से लगाए जा रहे थे। प्रदेश का एक बड़ा धड़ा अपराधियों और माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए एनकाउंटर का विरोध कर रहा है। कह रहा है कि माफियाओं पर अंकुश लगाने के लिए एनकाउंटर उचित विकल्प नहीं रहेगा।

उधर, पूरे मामले को लेकर अब बीजेपी एमएलसी सुरेंद्र चौधरी ने यहां तक कह दिया कि अतीक ने खुद को मरवाने का प्लान बनाया था। बीजेपी नेता ने इसके पीछे तर्क देते हुए कहा कि वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि अतीक पुलिस वैन से जब उतरता है, तो वो किसी को इशारा देता हुआ नजर आ रहा है, तो ऐसे में उसने यह इशारा हमलावरों को ही दिया था। यह बीजेपी एमएलसी सुरेंद्र चौधरी का कहना है। लेकिन, इसके पीछे एक तर्क यह भी दिया जा रहा है कि उसने किसी का अभिवादन स्वीकार किया था। माना जा रहा है कि अब पुलिस उस शख्स की तलाश कर रही है, जिसका उसने अभिवादन स्वीकार किया था। उधर, खबर है कि उमेश पाल हत्या के बाद अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन ने सीएम योगी को पत्र लिखा था जिसमें उसने अपने पति अतीक, देवर अशऱफ और बेटे असद के मारे जाने की आशंका व्यक्त की थी और अब उसकी यह आशंका वास्तविकता में तब्दील हो चुकी है।

वहीं, शाइस्ता की अगर बात करें, तो पुलिस उसकी तलाश में पिछले कई दिनों से जुटी हुई है, लेकिन हैरानी इस बात को लेकर है कि आखिर अभी तक उसका कुछ पता क्यों नहीं चला है। उसे जमीन निगल गई है या आसमान खा गया। बहरहाल, इस बारे में कुछ भी कह पाना मुश्किल है। हालांकि, शाइस्ता के ऊपर यूपी पुलिस ने बीते दिनों इनाम की राशि भी बढ़ा दी थी। बता दें कि योगी सरकार ने इनाम की राशि को बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दिया था, लेकिन अभी तक उसके बारे में कोई खबर नहीं है।