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Enforcement Directorate: मोदी सरकार ने विपक्ष के खिलाफ ईडी को बना रखा है हथियार!, आंकड़े बता रहे इन आरोपों में कितनी सच्चाई

आए दिन पता चलता है कि मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत ईडी ने किसी नेता या अन्य को गिरफ्तार किया। ईडी की इस कार्रवाई का विपक्षी दल विरोध भी करते हैं। विपक्ष का आरोप है कि मोदी सरकार ने ईडी समेत केंद्रीय जांच एजेंसियों को अपना हथियार बना लिया है। अब जरा ईडी से जुड़े कुछ आंकड़े भी आपको बताते हैं।

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी लगातार देशभर में कार्रवाई कर रहा है। आए दिन पता चलता है कि मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत ईडी ने किसी नेता या अन्य को गिरफ्तार किया। ईडी की इस कार्रवाई का विपक्षी दल विरोध भी करते हैं। विपक्ष का आरोप है कि मोदी सरकार ने ईडी समेत केंद्रीय जांच एजेंसियों को अपना हथियार बना लिया है। विपक्ष के इन आरोपों के बीच अब सरकार ने संसद में जो आंकड़े दिए हैं, उनसे साफ हो गया है कि ईडी जो काम कर रहा है, वो किसी का हथियार बनकर नहीं, बल्कि गुनहगारों के खिलाफ है।

pankaj chaudhry

वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सोमवार को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में ईडी की कार्रवाई और सक्सेस रेट बताया। उन्होंने जवाब दिया है कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में ईडी ने पिछले 9 साल में 93 फीसदी दोषियों को सजा दिलाई है। ईडी की तरफ से मनी लॉन्ड्रिंग मामलों के बारे में वित्त राज्य मंत्री ने सदन को बताया कि इस दौरान 31 मामलों में सुनवाई पूरी हो चुकी है और 29 मामलों में 54 दोषियों को सजा दिलाई गई है। उन्होंने ये भी बताया कि ईडी ने अब तक 16507 करोड़ की संपत्ति भी मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में जब्त की है। पंकज चौधरी ने लोकसभा में बताया कि कुछ मामलों में जांच के बाद विधेय अपराध रद्द करने से मनी लॉन्ड्रिंग की कार्रवाई आगे नहीं चली।

ARREST 12

ईडी के बारे में विस्तृत जवाब देते हुए वित्त राज्य मंत्री ने बताया कि इस केंद्रीय जांच एजेंसी में इस साल 13 जुलाई तक स्टाफ की भी कमी है। अभी ईडी में 25 फीसदी से ज्यादा पद खाली हैं। उन्होंने बताया कि ईडी को 2075 कर्मचारी और अफसर मिलने चाहिए। जबकि, इनकी अभी संख्या 1542 ही है। इसी से पता चलता है कि स्टाफ की कमी के बावजूद किस तरह ईडी देश के आर्थिक गुनहगारों को पकड़ने का काम कर रही है। सरकार की तरफ से दिए गए इन आंकड़ों से ये भी पता चलता है कि द्वेष के कारण ईडी की कार्रवाई नहीं कराई जा रही। इससे पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक इंटरव्यू में बताया था कि ईडी या इनकम टैक्स के कर्मचारी उनसे पूछकर छापे नहीं मारते। न ही सरकार की तरफ से इन एजेंसियों पर किसी के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव डाला जाता है।