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नोएडा : दर्द से तड़पती रही 8 महीने की गर्भवती महिला ने एंबुलेंस में तोड़ा दम, डीएम ने दिए जांच के आदेश

जानकारी के मुताबिक मामला गाजियाबाद के खोड़ा का है। यहां पर 8 महीने की गर्भवती महिला को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। परिजन सुबह 6 बजे महिला को लेकर अस्पताल पहुंचे। 13 घंटे तक किसी अस्पताल ने उसे भर्ती नहीं किया।

नई दिल्ली। दिल्ली से सटे नोएडा में इंसानियत को शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई है। जहां अस्पताल की लापरवाही के चलते एक 8 महीने की गर्भवती महिला और उसके बच्चे की मौत हो गई। दरअसल, 8 महीने की गर्भवती महिला को उसका पति एंबुलेंस में लेकर रात भर अस्पतालों के चक्कर काटता रहा, लेकिन किसी भी अस्पताल ने महिला को भर्ती नहीं किया। इलाज के अभाव में महिला ने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया।

Noida Women
जानकारी के मुताबिक मामला गाजियाबाद के खोड़ा का है। यहां पर 8 महीने की गर्भवती महिला को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। परिजन सुबह 6 बजे महिला को लेकर अस्पताल पहुंचे। 13 घंटे तक किसी अस्पताल ने उसे भर्ती नहीं किया। परिवार के मुताबिक जिम्स, मैक्स, ईएसआई जिला अस्पताल, शिवालिक व शारदा अस्पताल के चक्कर काटता रहा, लेकिन सभी अस्पताल ने इलाज करने से मना कर दिया। महिला की सांस फूल रही थी। डॉक्टरों को शक था कि महिला कोरोना से पीड़ित है। इसी के डर से सभी अस्पतालों ने गर्भवती का इलाज करने से मना कर दिया जिससे महिला की मौत हो गई।

डीएम ने दिए जांच के आदेश

वहीं, डीएम सुहास एल वाई ने गर्भवती महिला की मौत के मामले में अपर जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को जांच सौंपी है। साथ ही डीएम ने तत्काल जांच कर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।


नोएडा के अस्पतालों में लापरवाही का ये कोई पहला मामला नहीं है, पहले भी एक नवजात शिशु पिता अपने बेटे को लेकर ग्रेटर नोएडा से नोएडा के अस्पतालो में भटकता रहा था, उसे एडमिट नहीं किया गया, जिससे बच्चे की मौत हो गई थी।