newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Veer Savarkar: पार्टी ने नहीं, बल्कि लोगों ने दी वीर की उपाधि, सावरकर पर सवाल उठाने वालों को राजनाथ सिंह का करारा जवाब

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमित शाह के नाम तारीफ में कसीदे भी पढ़े हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह कम बोलते हैं, लेकिन जब भी बोलते हैं, तो सार्थक बोलते हैं। वे बाहर से जितने सख्त नजर आते हैं, वे अंदर से उतने ही सौम्य हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि अमित शाह एक प्रयोगशाला हैं, जिन्होंने अपने जीवन में हर प्रकार की परिस्थिति का सामना किया है।

नई दिल्ली। देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है। इस अवसर को केंद्र सरकार की पहल पर ‘अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाने की पहल की गई है। इसी मौके पर हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की गई है। जिमसें सभी लोगों से तिरंगा फहराने की अपील की गई है। इसी कड़ी में आज केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमित शाह द्वारा विभिन्न अवसरों पर दिए गए भाषणों को संकलित कर पुस्तक का रूप धारण करने वाली शंब्दाश का विमोचन किया। बता दें कि शंब्दाश पुस्तक का नाम है, जिसमें विभिन्न अवसरों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिए गए भाषणों का संग्रहण है। इस पुस्तक का विमोचन करने के दौरान राजनाथ सिंह ने वीर सावरकर के संदर्भ में कहा कि उन्हें लोगों ने वीर की उपाधि प्रदान की है, ना की पार्टी ने। बता दें कि शिवानंद द्विवेदी ने गृह मंत्री अमित शाह के भाषणों को संकलित वाली पुस्तक को संपादित किया है। इस दौरान उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों ने ही उन्हें वीर की उपाधि प्रदान की थी। राजनाथ सिंह ने कहा कि वीर सावरकर ने ही दूरदर्शन, संसद, महापौर जैसे शब्द दिए थे।

अमित शाह की जमकर की तारीफ

आपको बता दें कि इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमित शाह के नाम तारीफ में कसीदे भी पढ़े हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह कम बोलते हैं, लेकिन जब भी बोलते हैं, तो सार्थक बोलते हैं। वे बाहर से जितने सख्त नजर आते हैं, वे अंदर से उतने ही सौम्य हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि अमित शाह एक प्रयोगशाला हैं, जिन्होंने अपने जीवन में हर प्रकार की परिस्थिति का सामना किया है। जिन्हें सलाखों के पीछे अपना समय व्यतित किया तो वहीं उन्हें जांच एजेंसियों ने भी परेशान किया था। लेकिन, वे कभी डिगे नहीं। उन्होंने अपनी जिंदगी में हर प्रकार की परिस्थिति का सामना किया था और इसके साथ ही वे अपने विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब देने से भी पीछे नहीं हटते हैं।

Shah Books

शाह की इस पुस्तक में किन प्रसंगों का जिक्र है ?

इस पुस्तक में भारतीय राजनीति के विभिन्न प्रसंगों का उल्लेख किया गया है। महामना मदन मोहन मालवीय, 370 और तीन तलाक के बारे में भाषण का भी संकलन है. कुल मिलाकर रूपा पब्लिकेशन की तरफ से प्रकाशित इस पुस्तक में 28 भाषणों को संकलित किया गया है। इस किताब को श्याम प्रसाद मुखर्जी रिसर्च फाउंडेशन के सीनियर रिसर्च फेलो शिवानंद द्विवेदी ने संपादित किया है। बहरहाल, अभी अमित शाह के भाषणों के संग्रहण वाली यह पुस्तक खासा चर्चा में है। ऐसे में बतौर पाठक आपका इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। तब तक के लिए आप देश दुनिय की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम