नई दिल्ली। चीन में फैल रहे जानलेवा 2019-एनसीओवी कोरोना वायरस से अब तक 106 मौतें हो चुकी है। वहीं 11 देशों में दशहत फैला चुके इस वायरस की दहशत उत्तर प्रदेश और बिहार के बाद अब दिल्ली तक भी पहुंच गई है। मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण की आशंका में तीन लोगों को आरएमएल अस्पताल के अलग वॉर्ड में निगरानी में रखा गया है।
वहीं राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ.मिनाक्षी भारद्वाज ने कहा कि हमारे सामने कोरोना वायरस के तीन केस सामने आए हैं। तीनों मरीजों का इलाज चल रहा है और उनके सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है। बता दें, दिल्ली के अलावा चंडीगढ़ में भी कोरोना वायरस का एक संदिग्ध मामला सामने आया है।
Dr. Minakshi Bhardwaj, Medical Superintendent, Dr. Ram Manohar Lohia Hospital, Delhi: 3 suspected cases of #coronavirus have been reported at the hospital. The patients have been kept in isolation for further treatment pic.twitter.com/R2mOY71Saj
— ANI (@ANI) January 28, 2020
स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि चीन के यात्रा करने वाले 3 व्यक्तियों को कोरोना वायरस के संभावित जोखिम के लिए आरएमएल हॉस्पिटल के एक आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर मिनाक्षी भारद्वाज ने कहा कि तीनों संदिग्ध मरीजों की उम्र 24 से 48 साल के बीच है और उन्हें सोमवार को भर्ती कराया गया है और उनके सैंपल लेकर आईसीएमआर-एनआईवी पुणे प्रयोगशाला भेज दिया गया है। इनमें से 2 दिल्ली और एक एनसीआर का निवासी है।
तीनों मरीजों को बुखार के साथ-साथ सर्दी और खांसी जैसी श्वसन संबंधी समस्याएं हैं और वे ऐसे मामलों से निपटने के लिए खुद ही हॉस्पिटल आए थे।
वहीं केरल और महाराष्ट्र में 100 से अधिक लोगों को कोरोना विषाणु की चपेट में आने की आशंका के मद्देनजर चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। इस बीच प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने चीन में घातक कोरोना विषाणु के बढ़ते मामलों को लेकर वैश्विक चिंता के बीच इससे निपटने के लिए भारत की तैयारियों की शनिवार को समीक्षा की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि अब तक इस बीमारी का कोई सत्यापित मामला सामने नहीं आया है लेकिन चीन से लौटे सात लोगों के नमूने पुणे की आईसीएमआर-एनआईवी प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। इससे पहले चार अन्य यात्रियों के नमूनों के परीक्षण में भी यह विषाणु नहीं पाया गया था।