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G-20 summit-2023: अब अगले साल ब्राजील में होगा जी-20 का सम्मेलन, पीएम मोदी ने सौंपी अध्यक्षता

अब जी -20 बैठक की बात करें, तो अब यह अपने समापन के पड़ाव पर पहुंच चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र नोदी ने अपने समापन संबोधन के साथ ही जी-20 की अध्यक्षता ब्राजील को सौंप दी है। अगले वर्ष ब्राजील में जी-20 बैठक का आयोजन किया जाएगा, लेकिन उससे पहले पीएम मोदी ने अपने समापन बैठक में नवंबर माह में वर्चुअल जी-20 बैठक का आयोजन करने की बात कही है।

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जी-20 की बैठक का आयोजन किया गया है। जिसमें दुनियाभर के नेता शामिल हुए। पीएम मोदी ने सभी का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस बीच कई ऐसे प्रसंग हुए, जो कि अभी सुर्खियों में छाए हुए हैं। बैठक के दौरान सभी देशों के बीच कई ऐसे समझौते हुए हैं जिन्हें आगामी दिनों में जमीन पर उतारने के बाद भारत के विकास को नई रफ्तार मिलेगी। कोई गुरेज नहीं यह कहने में इस जी-20 बैठक ने सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जारी खटास को भी खत्म कर दिया है।

दरअसल , राष्ट्रपति की ओर से जी-20 बैठक के रात्रिभोज में शामिल होने के लिए कई विपक्षी नेताओं को निमंत्रण पत्र भेजा गया था, जिसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार , हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सक्खू सहित अन्य विपक्षी नेता शामिल हुए। इस बीच कई विपक्षी नेताओं को निमंत्रण पत्र नहीं भेजे जाने की वजह से बवाल भी देखने को मिला। बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्य़क्ष मल्लिकार्जुन खरगे को डिनर के लिए निमंत्रण पत्र नहीं भेजा गया, जिस पर बीते दिनों कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बेल्जियम से मोदी सरकार पर निशाना साधा।

वहीं, अब जी -20 बैठक की बात करें, तो अब यह अपने समापन के पड़ाव पर पहुंच चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र नोदी ने अपने समापन संबोधन के साथ ही जी-20 की अध्यक्षता ब्राजील को सौंप दी है। अगले वर्ष ब्राजील में जी-20 बैठक का आयोजन किया जाएगा, लेकिन उससे पहले पीएम मोदी ने अपने समापन बैठक में नवंबर माह में वर्चुअल जी-20 बैठक का आयोजन करने की बात कही है, जिसमें उन्होंने कई वैश्विक नेताओं से शिरकत करने की अपील की है। वहीं, पीएम मोदी ने दो दिनी इस बैठक को सार्थक और विश्व के लिए हितकारी बताया है। बता दें कि बीते दिनों जी-20 बैठक को लेकर जमकर सियासी बवाल देखने को मिला था। कई लोग ने इसके विफल होने के संकेत दिए थे, लेकिन दो दिनी यह बैठक बेहद सार्थक और सफल रही जिसमें कई वैश्विक नेता शामिल हुए।