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#bullibai: एक पीड़ित को मिली फोन पर धमकी, बुल्ली बाई एप बनाने के आरोपियों पर कसा शिकंजा

उधर, मुस्लिम महिलाओं की फोटो की नीलामी करने वाले एक और एप सुल्ली डील्स को बनाने वाले ओंकारेश्वर ठाकुर ने दिल्ली पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसने जुलाई 2021 में गिटहब पर ये एप बनाया। उसने मुस्लिम महिलाओं की मंजूरी या सहमति के बगैर उनकी फोटो अपने एप पर नीलामी के लिए रखीं।

मुंबई। मुस्लिम महिलाओं की फोटो नीलाम करने वाले बुल्ली बाई एप की शिकायत करने वाले एक पीड़ित को धमकी दी जा रही है। पीड़ित ने इसकी जानकारी मुंबई पुलिस को दी है। इसके बाद पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस जानना चाहती है कि पीड़ित का मोबाइल नंबर आरोपी को किस तरह मिला। इस बीच, बुल्ली बाई मामले में आरोपी विशाल झा को बांद्रा कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बाद में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर उसे बीएमसी के क्वारंटीन सेंटर भेजा गया। कोर्ट ने इस मामले में गिरफ्तार अन्य आरोपियों मयंक रावल और श्वेता सिंह की पुलिस हिरासत भी 14 जनवरी कर दी है। विशाल को 4 जनवरी को बेंगलुरु, जबकि श्वेता और मयंक को 4 जनवरी को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया था।

bulli bai..

उधर, मुस्लिम महिलाओं की फोटो की नीलामी करने वाले एक और एप सुल्ली डील्स को बनाने वाले ओंकारेश्वर ठाकुर ने दिल्ली पुलिस को पूछताछ में बताया है कि उसने जुलाई 2021 में गिटहब पर ये एप बनाया। उसने मुस्लिम महिलाओं की मंजूरी या सहमति के बगैर उनकी फोटो अपने एप पर नीलामी के लिए रखीं। इंदौर से गिरफ्तार किए गए ओंकारेश्वर ने पुलिस को ये जानकारी भी दी कि वो 2020 में ट्विटर हैंडल @gangescion का इस्तेमाल कर ट्रेड महासभा के नाम से बनाए गए ग्रुप में शामिल हुआ। इस ग्रुप के मेंबर्स ने मुस्लिम महिलाओं को ट्रोल करने की साजिश रची थी। खुलासा होने के बाद जब हंगामा मचा, तो सभी आरोपियों ने सोशल मीडिया फुटप्रिंट्स को डिलीट कर दिया था।

mumbai police

बुल्ली बाई एक एप है। एप बनाने वालों का इरादा मुस्लिम महिलाओं की फोटो बेचकर पैसा कमाना था। ये एप ओपन सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट साइट गिटहब पर बनाया गया। इस एप में लोकप्रिय महिलाओं, सेलिब्रिटीज और पत्रकारों की तस्वीरों को अपलोड कर नीलामी के लिए रखा गया। तस्वीरों को सभी महिलाओं की सोशल साइट्स से चुराया गया और पर्सनल डिटेल भी शेयर करने का सभी पर आरोप है। इस एप को बनाने वाला असम से पकड़ा गया है। पुलिस की जांच से ये भी पता चला था कि आरोपियों में से एक नेपाल का है। इस नेपाली आरोपी ने तो बाकायदा मुंबई पुलिस को ये चुनौती तक दी थी कि वो उसे गिरफ्तार करके दिखाए।