नई दिल्ली। भारत के चीफ जस्टिस एस.ए. बोबडे ने केंद्र सरकार से जस्टिस एन.वी. रमना को सुप्रीम कोर्ट के अगले चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त करने की सिफारिश की है। चीफ जस्टिस बोबडे 23 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं। जस्टिस रमना को 17 फरवरी, 2014 को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किया गया था। जस्टिस रमना 24 अप्रैल को मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभालेंगे। इस बारे में एक सूत्र ने बताया, चीफ जस्टिस बोबडे ने केंद्र को एक पत्र भेजकर न्यायमूर्ति रमना को अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में पुष्टि की है।
चीफ जस्टिस के रूप में जस्टिस रमना का कार्यकाल 16 महीने से अधिक का होगा। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जस्टिस बोबडे को पत्र भेजकर उनकी सिफारिश मांगी थी। सरकार ने चीफ जस्टिस से उनके उत्तराधिकारी की सिफारिश करने के लिए कहा था।
उच्च न्यायपालिका के सदस्यों की नियुक्ति के संचालन की प्रक्रिया के अनुसार, “भारत के मुख्य न्यायाधीश के लिए नियुक्ति सर्वोच्च न्यायालय के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश की होनी चाहिए जो इस कार्यालय के लिए सबसे उपयुक्त माने जाते हैं।”
उससे पहले जून 2007 में वे आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में जस्टिस रमणा स्थायी जज के तौर पर नियुक्त हुए थे। मार्च 2013 से मई 2013 के दौरान जस्टिस रमणा आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश भी रह चुके हैं।
जस्टिस एनपी रमणा ने 10 फरवरी 1983 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में एक वकील के तौर पर काम शुरू किया था। उसके बाद वे आंध्र प्रदेश के अतीरिक्त एडवोकेट जनरल भी रह चुके हैं। उनका जन्म कृष्णा जिले में 27 अगस्त 1957 को हुआ था और उन्होंने BSc LLB की पढ़ाई की हुई है।
सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे 23 अप्रैल को सेवानिवृत हो रहे हैं और 24 अप्रैल से जस्टिस रमणा मुख्य न्यायाधीश के तौर पर कार्यभार संभालेंगे।