वाराणसी। यूपी में सपा के गठबंधन में खींचतान मची है। पहले ही महान दल के नेता केशवदेव मौर्य इस गठबंधन से अलग हो चुके हैं। अब गठबंधन के एक और घटक सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी SBSP यानी सुभासपा के चीफ ओमप्रकाश राजभर भी करीब-करीब हर रोज सपा मुखिया अखिलेश यादव पर निशाना साध रहे हैं। वाराणसी पहुंचे राजभर ने शनिवार को एक बार फिर कहा कि अखिलेश जब तक चाहेंगे, हम गठबंधन में रहेंगे। राजभर ने कहा कि सपा ने जब राष्ट्रपति चुनाव पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तो अखिलेश ने हमें नहीं बुलाया। आजमगढ़ में हमने खूब काम किया, लेकिन अखिलेश यादव नहीं आए। अगर वो आते तो सपा के उम्मीदवार और उनके चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव वहां से चुनाव जरूर जीतते।
उन्होंने एक बार फिर अखिलेश को एसी कमरे में बैठा रहने वाला नेता बताया। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि एसी से निकलकर नॉन एसी वातावरण में भी काम करने की जरूरत है। ये पहले भी कहा था। इसी वजह से नाराज होकर अखिलेश ने हमें प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं बुलाया। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुझे बुलाया और कहा कि आप दलितों और पिछड़ों को लेकर काम करते हैं। इसलिए राष्ट्रपति चुनाव में आदिवासी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दीजिए। इस पर हमने उन्हें समर्थन देने का एलान किया।
ओमप्रकाश राजभर ने ये भी कहा कि जिला पंचायत चुनाव जीतने से सुभासपा में उत्साह है। अब दिल्ली में संसद तक पार्टी को पहुंचाने की जुगत वो भिड़ा रहे हैं। रासपा नेता शशि प्रताप सिंह के परिवारवाद के आरोपों के बारे में उन्होंने कहा कि हम गरीबों को लेकर चलते हैं और हर मुद्दे पर डटे हैं। हमारी पार्टी में परिवारवाद नाम की चीज नहीं है। हम लड़ाई में सबसे आगे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी को सींचा है और पीएम नरेंद्र मोदी तक को मेरी जरूरत है।