नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब महज कुछ घंटों का समय शेष रह गया है। तमाम सियासी दल चुनाव प्रचार करने की कवायद पर भी विराम लग चुके हैं। लेकिन नेता हैं कि उटपटांग बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं। सोच रहे हैं कि उनके उटपटांग बयान देने से उनकी झोली में वोटों की बरसात हो जाएगी। अब उनकी झोली में वोटों को बरसात होगी की नहीं यह तो फिलहाल 10 मार्च यानी की नतीजों के दिन ही पता लग पाएगा। लेकिन वर्तमान में जिस तरह के बयान नेताओं द्वार देखने को मिलने रहे हैं, वे बेहद ही हास्यस्पद हैं। इसी कड़ी में ओम प्रकाश राजभर ने बेहद ही अजीबोगरीब बयान दे डाला है।
उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश में उनकी सरकार आती है, तो वो बाइक पर तीनों लोगों को बैठने की इजाजत दे देंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने तो यहां तक कहने से गुरेज नहीं किया कि अगर उनकी सरकार आती है, तो किसी भी व्यक्ति के चालान भी नहीं लिया जाएगा। मतलब, साफ है कि उनके राज में ट्रैफिक नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जाएंगी। अब आप ही बताइए कि आखिर ऐसा कौन सा सभ्य समाज होगा कि जो किसी ऐसे सियासी रहनुमा के हाथों अपनी रहनुमाई की चाबी सौंपेगा, जो नियमों की धज्जियां उड़ाने की खुल्लम खुल्ला इजाजत देने पर ही आमादा हो जाए।
ओम प्रकाश राजभर ने आगे कहा कि ट्रेन में 70 सीट होती हैं। 300 आदमी डिब्बे में बैठते हैं. फिर भी रेलगाड़ी का चालान नहीं होता है। 9 सवारी पर जीप पास होती है और 22 लोगों को लेकर जाती हैं उस पर भी चालान नहीं होता है। राजभर ने सूबे की कानून व्यवस्था का जिक्र कर कहा कि जब किसी अपराधी को पकड़ने गांव में जाती है तो दारोगा और सिपाही अपराधी को उसी बाइक पर बैठाकर लाते हैं. जब पुलिस तीन लोगों को बैठाती है, तो उसपर ये चालान क्यों नहीं होता है? उन्होंने वादा करते हुए कहा कि हमारी सरकार बनने के बाद बाइक पर 3 सवारी फ्री होगी। कोई चालान नहीं होगा। नहीं तो जीप और ट्रेन का चालान कराया जाएगा।