
नई दिल्ली। मणिपुर के मामले में पीएम नरेंद्र मोदी से संसद में बयान देने की मांग कर हंगामा कर रहे विपक्ष ने अब सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने का फैसला किया है। विपक्ष की ओर से आज अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस लोकसभा अध्यक्ष को दिया जाएगा। ये जानकारी लोकसभा में नेता विपक्ष कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी ने दी। अधीर रंजन चौधरी ने इस अविश्वास प्रस्ताव की जो वजह बताई है, उसके मुताबिक विपक्ष हर हाल में पीएम मोदी का मणिपुर पर बयान चाहता है। पीएम संसद में बयान नहीं दे रहे, ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। अधीर रंजन ने कहा कि पीएम होने के साथ मोदी हमारे भी नेता हैं और उनकी तरफ से सख्त संदेश जाना चाहिए।
Leader of Congress in Lok Sabha, Adhir Ranjan Chowdhury to ANI: “…But he (PM) has been declining our hard pressed demand. However, it was an innocuous demand by nature. Nonetheless, the Prime Minister has not been considering our demand. That is why we thought to bring a…
— ANI (@ANI) July 25, 2023
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पीएम मोदी हमारी मांग के बाद भी संसद में बयान नहीं दे रहे। इसी वजह से अविश्वास प्रस्ताव लाने का रास्ता हमने चुना है। अगर विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा अध्यक्ष मान लेते हैं, तो लंबी चर्चा के बाद पीएम मोदी को इस चर्चा का जवाब देना होगा। अविश्वास प्रस्ताव का जवाब हमेशा सरकार की तरफ से पीएम ही देते हैं। अगर अविश्वास प्रस्ताव पर आज बहस शुरू होती है, तो पीएम मोदी का जवाब आज या फिर कल यानी गुरुवार को आ सकता है। सबकी नजर इस पर है कि पीएम मोदी सदन में क्या बोलेंगे।
विपक्ष ने संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने के एक दिन पहले मणिपुर का वायरल वीडियो सामने आने के बाद से लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा कर रखा है। विपक्ष की मांग है कि नियम 267 के तहत चर्चा हो और उस चर्चा से पहले पीएम मोदी बयान दें। वहीं, मोदी संसद सत्र शुरू होने से पहले ही मीडिया में सख्त बयान दे चुके हैं। मोदी ने दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर रेप किए जाने पर कहा था कि वो इस घटना से बहुत दुखी और क्रोध में हैं। मोदी ने ये भी साफ कर दिया था कि मणिपुर में हुई इस दरिंदगी के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद घटना में शामिल 14 लोगों की पहचान मणिपुर पुलिस ने की है। इनमें से 7 को गिरफ्तार भी किया जा चुका है।