नई दिल्ली। केंद्र सरकार के गठन और मंत्रिमंडल में विभागों के बंटवारे के बाद अब लोकसभा अध्यक्ष को लेकर गुणा-गणित चल रही है। ऐसे में अब चर्चा है कि विपक्ष भी लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव में अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकता है। सूत्रों के अनुसार विपक्ष की ओर से कांग्रेस ने उपाध्यक्ष पद की मांग की है। अब अगर ये मांग पूरी नहीं होती है तो विपक्ष लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार उतार सकता है। लोकसभा स्पीकर पद के लिए 26 जून को चुनाव होना है।
आपको बता दें कि एनडीए की सरकार गठन से पहले ही लोकसभा अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी। कहा जा रहा था कि बीजेपी की सहयोगी टीडीपी की ओर से लोकसभा अध्यक्ष का पद उसकी पार्टी के नेता को देने की मांग की गई है। वहीं कयास ये भी लगाए जा रहे थे कि जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने भी पीएम नरेंद्र मोदी के सामने कुछ ऐसी ही शर्त रखी है। हालांकि टीडीपी और जेडीयू दोनों की तरह से यह बयान दिया गया है कि हम एनडीए का हिस्सा हैं और आगे भी पूरी मजबूती के साथ एनडीए में रहेंगे। लोकसभा अध्यक्ष पर के लिए बीजेपी जिसे भी नामित करेगी टीडीपी और जेडीयू दोनों ही पार्टियां उसे अपना समर्थन देंगी।
इससे पहले साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अकेले दम पर बहुमत का आंकड़ा पार किया था। यही स्थिति साल 2014 के लोकसभा चुनाव नतीजों की थी, तब भी बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई थी। इसलिए लोकसभा के इन दोनों कार्यकाल में स्पीकर पद को लेकर बीजेपी ने खुलकर खेला और जिसे चाहा उसे अध्यक्ष बनाया। मगर 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी बहुमत के आंकड़े से दूर रही। सरकार बनाने के लिए एनडीए में शामिल अन्य दलों की मदद लेनी पड़ी। इस बार विपक्ष भी पहले दोनों चुनावों की अपेक्षा मजबूत है, ऐसे में बीजेपी को सभी दलों के साथ एक राय बनानी पड़ेगी।