नई दिल्ली। पाकिस्तान में दुर्व्यवहार का शिकार हुए इस्लामाबाद स्थित भारतीय हाई कमीशन के अधिकारी भारत लौट आए हैं। ये अधिकारी अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत पहुंचे। तीन अधिकारी और 2 भारतीय ड्राइवर इस रास्ते से स्वदेश लौटे हैं।
वतन लौटने वालों में दोनों ड्राइवर सलिवाधस पाल और दिवमू ब्रह्राम केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के हैं जबकि अफसरों में कैप्टन मनु मिड्डा (एयर एडवाइजर), एस शिव कुमार (सीनियर सचिव) और पंकज (स्टाफ सदस्य) शामिल हैं।
दरअसल दो सप्ताह पहले भारत ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास के दो अफसरों को जासूसी के आरोप में भारत से भिजवा दिया था। वहीं अब पाकिस्तान से लौटे भारतीय अधिकारी अटारी वाघा सीमा के रास्ते स्वदेश लौट आए हैं।
Days after two officials of the Indian High Commission were abducted on June 15 by Pakistani ISI, tortured, and was later framed in a fake accident are back in #India and are sent on leave. They have come back to the nation through the Attari-Wagah border.
| #Pakistan| pic.twitter.com/cXokHjbr21— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) June 22, 2020
भारत ने इस मामले में सख्त लहजे में पाकिस्तान से कहा था की भारतीय अफसरों के साथ कोई भी गलत हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी और उनका तत्काल पता लगाकर उन्हें रिहा किया जाना चाहिए। भारत की ओर से पाकिस्तान को यह भी चेतावनी दी गई थी कि अफसरों को किसी भी तरह परेशान नहीं किया जाना चाहिए। पाकिस्तान से साफ शब्दों में कहा गया था कि भारतीय अफसरों को न तो गिरफ्तार किया जाए और न ही उनसे किसी तरह की पूछताछ की जाए।
घटना के बारे में बताया जाता है कि इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के दो अधिकारी उच्चायोग जाने के लिए सुबह अपने वाहन से निकले थे मगर वे उच्चायोग नहीं पहुंचे। बाद में खबर मिली कि पाकिस्तान ने इन दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना की जानकारी मिलते ही भारतीय उच्चायोग की तरफ से पाकिस्तान विदेश मंत्रालय में कड़ी आपत्ति दर्ज कराई गई थी। इस बाबत जानकारी मिलने के बाद भारत सरकार ने भी तुरंत सक्रिय होते हुए पाक को सख्त लहजे में चेतावनी दी थी।
पहले आईएसआई के एजेंटों ने किया था भारतीय राजनयिक की कार का पीछा
हाल में पाकिस्तान में वरिष्ठ भारतीय राजनयिक गौरव हलूवालिया की कार का पीछा किया गया था। पीछा करने वाले आईएसआई एजेंट बताए जा रहे हैं। जानकार सूत्रों का कहना था कि आईएसआई के एजेंट भारतीय राजनयिकों पर हर समय नजर रख रहे हैं। समाचार एजेंसी एएवआई की ओर से घटना का एक वीडियो भी जारी किया गया था। भारत ने इस प्रकरण पर भी पाकिस्तान से कड़ी आपत्ति जताई थी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा था। वैसे यह पहला मामला नहीं है जब पाक एजेंटों की ओर से भारतीय उच्चायोग के अधिकारी का पीछा किया गया। इससे पहले आठ मार्च को भी भारतीय उच्चायोग के एक अफसर का पाक के एजेंटों ने पीछा किया था।
पाकिस्तान को किस बात का था गुस्सा
पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अधिकारियों को दो हफ्ते पहले दिल्ली में जासूसी के आरोप में पकड़ा गया था। पाकिस्तान के इन दोनों अधिकारियों आबिद हुसैन और मोहम्मद ताहिर को उस समय गिरफ्तार किया गया था जब वे एक भारतीय नागरिक से सुरक्षा प्रतिष्ठानों से जुड़े संवेदनशील दस्तावेज हासिल कर रहे थे। बाद में इन दोनों अफसरों को भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया था। इन दोनों अधिकारियों ने भारतीय पहचान पत्र भी बनवा रखे थे और पुलिस भी इनकी कारगुजारियों को देखकर चौंक गई थी।