
नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने ध्वस्त किए थे। फिर पाकिस्तान की सेना इसका जवाब देने के लिए बुनयान उन मरसूस ऑपरेशन के जरिए मैदान में उतरी, तो भारतीय सेना और वायुसेना ने उसे कायदे से धोया था। भारतीय सेना और वायुसेना ने बताया था कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के 11 एयरबेस को भारी नुकसान पहुंचाया गया और 2 रडार स्टेशन पूरी तरह ध्वस्त किए गए। अब पाकिस्तान कह रहा है कि भारत ने उसके जिन ठिकानों को ध्वस्त करने का दावा किया, उससे कहीं ज्यादा जगह हमला किया।
Big Admission by Pakistan: In its Dossier submitted to several countries dated 18th May, Pakistan admits to far worse and bigger damage by Indian missiles and drones across Pakistan in #OperationSindoor.
Dossier clearly shows Indian strikes on Peshawar, Jhang, Hyderabad in… pic.twitter.com/NmtWl1xbL7
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) June 3, 2025
पाकिस्तान सरकार ने दूसरे देशों को भेजे जाने वाले डोजियर में बताया है कि भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना ने 8 और ठिकानों पर हमले किए थे। पाकिस्तान के मुताबिक भारतीय सेना ने पेशावर, पंजाब के झंग, सिंध के हैदराबाद, गुजरात, गुजरांवाला, छोर, अटक और बहावलनगर में भी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया था। साफ है कि भारत ने पाकिस्तान को जितना नुकसान पहुंचाने की बात कही थी, उससे कहीं ज्यादा नुकसान पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर में हुआ है। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ पहले ही कह चुके हैं कि उनकी सेना ने सुबह फज्र की नमाज के बाद भारत पर हमले का फैसला किया था, लेकिन भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना ने पहले ही पाकिस्तान पर हमला कर बहुत नुकसान पहुंचाया।
इससे पहले भारतीय सेना और भारतीय वायुसेना ने बताया था कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस, रफीकी एयरबेस, मुरीद एयरबेस, सुक्कुर एयरबेस, सियालकोट एयरबेस, सरगोधा एयरबेस, भोलारी एयरबेस, जैकोबाबाद एयरबेस के अलावा पसरूर, चूनियान और सकरू में सैन्य ठिकानों को नुकसान पहुंचाया। भारत ने इसके अलावा पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय, मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय, मुजफ्फराबाद में हिजबुल मुजाहिदीन के मुख्यालय, कोटली, रावलकोट, भिंबर, चकस्वारी, झेलम, नीलम घाटी और चकवाल में आतंकी ठिकानों को 6/7 मई की दरम्यानी रात मिट्टी में मिला दिया था।