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Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों के मोबाइल जली हालत में मिले, मास्टरमाइंड ललित झा की निशानदेही पर पुलिस ने किया बरामद

13 दिसंबर को जब आरोपियों ने संसद के बाहर और भीतर हंगामा किया और सदन की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए स्मोक स्टिक जलाया, तो हड़कंप मच गया था। नीलम और अमोल को तो बाहर ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन सागर और मनोरंजन को सांसदों की मदद से सुरक्षाकर्मी पकड़ सके थे।

नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के आरोपियों के मोबाइल फोन के हिस्से जली हुई हालत में मिले हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संसद में सेंध लगाने वालों के मोबाइल के ये हिस्से बरामद किए हैं। न्यूज चैनल आजतक की खबर के मुताबिक संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वालों के मास्टरमाइंड ललित झा ने पूछताछ में बताया था कि आरोपियों के मोबाइल फोन उसके ही पास थे और राजस्थान जाकर उसने उन मोबाइल को नष्ट कर दिया। न्यूज चैनल के मुताबिक ललित झा से मिली जानकारी के आधार पर ही संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले आरोपियों के मोबाइल के ये हिस्से मिले हैं। पुलिस अब ये जानना चाहती है कि आखिर मोबाइल में ऐसा कौन सा सबूत था, जिसे मिटाने के लिए इनको नष्ट करने का काम ललित झा ने किया है।

ललित झा ने सभी आरोपियों के मोबाइल राजस्थान में नष्ट करने की बात पुलिस को बताई थी।

दिल्ली पुलिस के हवाले से आजतक ने ये खबर भी दी है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वालों के कपड़े और तमाम दस्तावेज भी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बरामद कर लिए हैं। सभी को बतौर सबूत कोर्ट में दिल्ली पुलिस पेश करेगी। आरोपियों को कोर्ट ने 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा था। अब इन सभी से लगातार पुलिस पूछताछ कर रही है। दिल्ली पुलिस ने संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में नीलम, अमोल शिंदे, सागर शर्मा, मनोरंजन डी, ललित झा और उसके एक साथी को अब तक गिरफ्तार किया है। नीलम और अमोल शिंदे ने संसद के बाहर और सागर व मनोरंजन डी ने लोकसभा कक्ष में कूदकर हंगामा बरपाया था।

13 दिसंबर को जब आरोपियों ने संसद के बाहर और भीतर हंगामा किया और सदन की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए स्मोक स्टिक जलाया, तो हड़कंप मच गया था। नीलम और अमोल को तो बाहर ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन सागर और मनोरंजन को सांसदों की मदद से सुरक्षाकर्मी पकड़ सके थे। वहीं, घटना का वीडियो बनाने वाला ललित झा बस में बैठकर राजस्थान चला गया था। जहां से वो दिल्ली लौटा और फिर पुलिस के सामने सरेंडर किया। उसने राजस्थान में रहते वक्त ही अन्य आरोपियों के मोबाइल फोन नष्ट करने का काम किया था।