कानपुर/नई दिल्ली। देश में हर रोज 1 लाख से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिलने लगे हैं। ऐसे में इस आंकड़े को अपने गणितीय मॉडल में रखकर आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने भविष्यवाणी की है कि अगले महीने इस लहर का पीक देखने को मिलेगा। उन्होंने अपने गणितीय मॉडल के जरिए हिसाब लगाया है कि पीक के दौरान हर रोज 4 से 8 लाख नए मरीज मिल सकते हैं। प्रो. अग्रवाल के मुताबिक पीक जब आएगा, तो मुंबई में हर दिन 30 से 60 हजार और दिल्ली में 35 से 70 हजार तक कोरोना मरीज मिलेंगे। इस बीच, दिल्ली के लोकनायक और अन्य हॉस्पिटल के आंकड़ों के मुताबिक देखा जा रहा है कि करीब 55 फीसदी नए कोरोना मरीजों ने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली थीं। इसके बाद भी उन्हें बीमारी ने जकड़ लिया। हालांकि, वैक्सीन की वजह से इनमें तेज लक्षण नहीं मिल रहे हैं।
कानपुर आईआईटी के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल इससे पहले अपने सूत्र गणितीय मॉडल से दूसरी लहर में भी सटीक भविष्यवाणी कर चुके हैं। इस बार उनका कहना है कि जिस तरह दिल्ली और मुंबई में केस आ रहे हैं, इससे लगता है कि जनवरी के तीसरे हफ्ते तक ही दोनों शहरों में कोरोना की इस लहर का पीक आ सकता है। उन्होंने कहा कि मुंबई में 10 और दिल्ली में करीब 12 हजार लोगों को अस्पतालों में दाखिल कराना पड़ सकता है। इससे पीक के दौरान अस्पतालों में बेड की कमी हो सकती है। प्रो. अग्रवाल ने कहा कि देश में पीक के वक्त करीब 1.5 लाख बेड की जरूरत पड़ेगी।
प्रो. अग्रवाल ने कहा कि पहले उन्होंने दक्षिण अफ्रीका से आ रहे केस के आधार पर कहा था कि पीक के वक्त हर दिन 2 लाख नए मरीज मिल सकते हैं, लेकिन अब वो अपने गणितीय मॉडल में देश में आ रहे नए केस का आकलन कर रहे हैं। इससे आंकड़े बदल गए हैं। अब लग रहा है कि भारत में संक्रमण फैलने की रफ्तार दक्षिण अफ्रीका से कई गुना ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह वैक्सीन लगवाने वालों को भी कोरोना अपनी चपेट में ले रहा है, ऐसे में सभी को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सख्त जरूरत है।