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Crude Oil From Russia: रूस से कच्चा तेल खरीदने पर भारत को ज्ञान देने वालों को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी की खरी-खरी, कहा- हमसे ज्यादा तो…

24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिका और यूरोपीय देशों ने उस पर प्रतिबंध लगाए हैं। इस दौरान रूस ने करीब 30 फीसदी तक सस्ता कच्चा तेल देने का ऑफर दिया, तो भारत ने उससे काफी कच्चा तेल खरीदा। इस पर कई यूरोपीय देशों और अमेरिका ने अपनी आपत्ति जताई थी। इसी पर पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने बयान दिया है।

नई दिल्ली। रूस से कच्चा तेल खरीदने पर भारत को ज्ञान देने वालों को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने खरी-खरी सुनाई है। पुरी ने शुक्रवार को कहा कि हम हर रोज 50 लाख बैरल कच्चा तेल खरीदते हैं। जितना कच्चा तेल भारत एक महीने में खरीदता है, उससे ज्यादा तो दोपहर तक यूरोप के देश खरीद लेते हैं। हरदीप पुरी ने ये भी कहा कि भारत हमेशा देखेगा कि वो अपने उपभोक्ताओं को कैसे फायदा पहुंचा सकता है। उसी के मुताबिक कच्चा तेल खरीदने का फैसला होता है। उन्होंने कहा कि अप्रैल, मई और जून में हमने रूस से ज्यादा तेल खरीदा। उसके बाद अब खाड़ी देशों से खरीद रहे हैं।

हरदीप पुरी ने कहा कि हम पहले देखते हैं कि हमारे करीब के किस देश से सस्ते में कच्चा तेल मिल रहा है। अगर दूर के किसी देश से कच्चा तेल सस्ते में मिलता भी है, तो उसे ट्रांसपोर्ट करने में खर्च ज्यादा होता है और फिर लोगों को फायदा नहीं मिल सकता। उन्होंने ये भी कहा कि किसी ने रूस से कच्चा तेल खरीदने से उनको मना नहीं किया। पुरी ने कहा कि देशवासियों के हित में ही सरकार इस तरह के फैसले लेती है। उन्होंने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बारे में कहा कि अगर उत्तर अमेरिका में इनकी कीमतों में 43 से 46 फीसदी तक बढ़ोतरी होती है, तो भारत में हम कीमतों को महज 2 फीसदी तक ही ही बढ़ोतरी को मंजूरी देते हैं।

crude oil

बता दें कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिका और यूरोपीय देशों ने उस पर प्रतिबंध लगाए हैं। इस दौरान रूस ने करीब 30 फीसदी तक सस्ता कच्चा तेल देने का ऑफर दिया, तो भारत ने उससे काफी कच्चा तेल खरीदा। इस पर कई यूरोपीय देशों और अमेरिका ने अपनी आपत्ति जताई थी। तब भी भारत सरकार ने कहा था कि हम संप्रभु देश हैं और अपने देशवासियों की भलाई के लिए जरूरी फैसले हमेशा लेते रहेंगे।