नई दिल्ली। रूस से कच्चा तेल खरीदने पर भारत को ज्ञान देने वालों को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने खरी-खरी सुनाई है। पुरी ने शुक्रवार को कहा कि हम हर रोज 50 लाख बैरल कच्चा तेल खरीदते हैं। जितना कच्चा तेल भारत एक महीने में खरीदता है, उससे ज्यादा तो दोपहर तक यूरोप के देश खरीद लेते हैं। हरदीप पुरी ने ये भी कहा कि भारत हमेशा देखेगा कि वो अपने उपभोक्ताओं को कैसे फायदा पहुंचा सकता है। उसी के मुताबिक कच्चा तेल खरीदने का फैसला होता है। उन्होंने कहा कि अप्रैल, मई और जून में हमने रूस से ज्यादा तेल खरीदा। उसके बाद अब खाड़ी देशों से खरीद रहे हैं।
#WATCH | “…India will buy oil from wherever it has to for the simple reason that this kind of discussion can’t be taken to consuming population of India…Have I been told by anyone to stop buying Russian oil?The answer is a categorical ‘no’..,” says Petroleum & Natural Gas Min pic.twitter.com/rgr0Abg9K0
— ANI (@ANI) October 8, 2022
हरदीप पुरी ने कहा कि हम पहले देखते हैं कि हमारे करीब के किस देश से सस्ते में कच्चा तेल मिल रहा है। अगर दूर के किसी देश से कच्चा तेल सस्ते में मिलता भी है, तो उसे ट्रांसपोर्ट करने में खर्च ज्यादा होता है और फिर लोगों को फायदा नहीं मिल सकता। उन्होंने ये भी कहा कि किसी ने रूस से कच्चा तेल खरीदने से उनको मना नहीं किया। पुरी ने कहा कि देशवासियों के हित में ही सरकार इस तरह के फैसले लेती है। उन्होंने पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बारे में कहा कि अगर उत्तर अमेरिका में इनकी कीमतों में 43 से 46 फीसदी तक बढ़ोतरी होती है, तो भारत में हम कीमतों को महज 2 फीसदी तक ही ही बढ़ोतरी को मंजूरी देते हैं।
बता दें कि 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिका और यूरोपीय देशों ने उस पर प्रतिबंध लगाए हैं। इस दौरान रूस ने करीब 30 फीसदी तक सस्ता कच्चा तेल देने का ऑफर दिया, तो भारत ने उससे काफी कच्चा तेल खरीदा। इस पर कई यूरोपीय देशों और अमेरिका ने अपनी आपत्ति जताई थी। तब भी भारत सरकार ने कहा था कि हम संप्रभु देश हैं और अपने देशवासियों की भलाई के लिए जरूरी फैसले हमेशा लेते रहेंगे।