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नीति आयोग के वेबिनार में PM मोदी बोले- हर चीज में सरकार का दखल जरूरी नहीं

PM Narendra Modi: इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हर चीज में सरकार का दखल समाधान की बजाय समस्या बढ़ाता है, इसलिए सेल्फ रेगुलेशन पर जोर दिया जा रहा है।

नई दिल्ली। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (Production Linked Incentives) से जुड़े एक वेबिनार को संबोधित किया। वेबिनार में नीति आयोग से जुड़े सदस्य भी शमिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इतनी बड़ी तादाद में हिंदुस्तान के सभी कोनों से आप सबका इस महत्वपूर्ण वेबिनार में सम्मिलित होना, अपने आप में इसका महत्व दर्शाता है। उन्होंने कहा कि देश का बजट और देश के लिए पालिसी मेकिंग सिर्फ सरकारी प्रक्रिया न रहे, देश के विकास से जुड़े हर स्टेक होल्डर्स का इसमें इफेक्टिव एंगेजमेंट हो। इसी क्रम में आज मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर, मेक इन इंडिया को ऊर्जा देने वाले आप सभी महत्वपूर्ण साथियों से चर्चा हो रही है।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हर चीज में सरकार का दखल समाधान की बजाय समस्या बढ़ाता है, इसलिए सेल्फ रेगुलेशन पर जोर दिया जा रहा है।

पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें-

आज भारत एक ब्रांड बन चुका है। अब आपको सिर्फ अपने product की पहचान बनानी है। अब आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी है। अगर मेहनत करनी है तो production quality पर करनी है।

भारत आज जिस तरह से मानवता की नम्रता से सेवा कर रहा है, इससे पूरी दुनिया में भारत अपने आप में बहुत बड़ा ब्रांड बन गया है। भारत की साख, भारत की पहचान निरंतर नई ऊंचाई पर पहुंच रही है।

भारत में आज जो विमान वैक्सीन की लाखों डोज लेकर दुनियाभर में जा रहे हैं, वो खाली नहीं आ रहे हैं। वो अपने साथ भारत के प्रति बढ़ा हुआ भरोसा, भारत के प्रति आत्मीयता, स्नेह और आशीर्वाद एक भावात्मक लगाव लेकर आ रहे है।

भारत आज जिस नम्रता और कर्त्तव्यभाव से मानवता की सेवा कर रहा है, इससे पूरी दुनिया में भारत अपने आप में एक बहुत बड़ा ब्रांड बन गया है। भारत की साख और पहचान निरंतर नई ऊंचाई पर पहुंच रही है।

आपने कल ही देखा है कि भारत के प्रस्ताव के बाद, संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को International Year of Millets घोषित किया है। भारत के इस प्रस्ताव के समर्थन में 70 से ज्यादा देश आए थे। और फिर U.N. General Assembly में ये प्रस्ताव, सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया।

Advanced Cell Batteries, Solar PV modules और Speciality Steel को मिलने वाली मदद से देश में Energy सेक्टर आधुनिक होगा। इसी तरह textile और food processing सेक्टर को मिलने वाली PLI से हमारे पूरे एग्रीकल्चर सेक्टर को लाभ होगा।

ये PLI जिस सेक्टर के लिए है, उसको तो लाभ हो ही रहा है, इससे उस सेक्टर से जुड़े पूरे इकोसिस्टम को फायदा होगा। Auto और pharma में PLI से, Auto parts, Medical Equipments और दवाओं के रॉ मटीरियल से जुड़ी विदेशी निर्भरता बहुत कम होगी।

हमारी सरकार मानती है कि हर चीज़ में सरकार का दखल समाधान के बजाय समस्याएं ज्यादा पैदा करता है। इसलिए हम Self-Regulation, Self-Attesting, Self-Certification पर जोर दे रहे हैं।

हमारे सामने दुनियाभर से उदाहरण हैं जहां देशों ने अपनी Manufacturing Capabilities को बढ़ाकर, देश के विकास को गति दी है। बढ़ती हुई Manufacturing Capabilities, देश में Employment Generation को भी उतना ही बढ़ाती हैं।