नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है। वहीं गुजरात की बात करें तो, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 8,920 नए मामले सामने आए हैं। जबकि 94 लोगों ने अपनी जान गवाई है। वहीं कोरोना महमारी से मुकाबला करने के लिए गुजरात की विजय रूपाणी सरकार (Vijay Rupani govt) ने हरमुमकिन कोशिश में जुटी हुई है। इसी बीच गुजरात सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। दरअसल रूपाणी सरकार ने कोरोना ड्यूटी में लगे डॉक्टरों और इन्टर्न्स को तोहफा दिया है।
गुजरात सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए इन्टर्न्स और रेजिडेंट डॉक्टर्स को उनकी निष्ठापूर्वक की कोविड ड्यूटी के लिए उन्हें कोविड इन्सेन्टिव अलाउंस देने का निर्णय किया है। महामारी की स्थिति के दौरान कोरोना के मरीज़ों की उत्कृष्ट सेवा करने के लिए इन्टर्न्स और रेजिडेंट डॉक्टर्स को 30 जून, 2021 तक उनके स्टाईपेंड के अतिरिक्त 5000 रूपये प्रति मास का कोविड इन्सेन्टिव अलाउंस दिया जायेगा।
Gujarat Govt announces special Covid incentive allowance of Rs.5000 per month in addition to the regular stipend for interns and resident doctors engaged in the noble task of treating COVID-19 patients in the State till June 30, 2021.
— CMO Gujarat (@CMOGuj) April 16, 2021
इस इन्सेन्टिव अलाउंस के लिए जो लोग एलिजिबल है, उनमें अंडरग्रेजुएट कोर्सेस के इन्टर्न्स एवं मेडिकल, डेन्टल, फिजियोथेरेपी, होम्योपैथी और आयुर्वेद जैसे पोस्ट ग्रेजुएट और सुपर स्पेशियलिटी कोर्सेस के रेजिडेंट डॉक्टर्स शामिल है। कोरोना के मरीज़ों के ईलाज और सेवा में लगे हुए इन विद्यार्थियों की व्यस्तता को देखते हुए यह निर्णय किया गया है।
राज्य के सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य की सरकारी और GMERS मैडिकल कॉलेजों के इन्टर्न्स और रेजिडेंट डॉक्टर्स के स्टाईपेंड को बढ़ाकर 13,000 रूपये कर दिया था। यह स्पेशियल मंथली अलाउंस इस स्टाईपेंड के अतिरिक्त दिया जा रहा है।