नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के सबसे पुराने स्तंभ और वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी आज अपना 96वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं। देश की राजनीति और सरकार में लाल कृष्ण आडवाणी का अहम रोल रहा है। कभी पार्टी में ऊंचा औदा रखने वाले लाल कृष्ण आडवाणी अपने समय में पूर्व उप प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं, इसके अलावा उन्होंने पूर्व गृह मंत्री का पदभार भी संभाला है और कई बार बीजेपी पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पीएम मोदी से लेकर पार्टी के बड़े नेताओं ने एल.के.आडवाणी को जन्मदिन की बधाई दी है।तो चलिए जानते हैं कि उन्होंने क्या लिखा है।
Birthday greetings to Shri LK Advani Ji. He is a beacon of integrity and dedication who has made monumental contributions that have strengthened our nation. His visionary leadership has furthered national progress and unity. I wish him good health and a long life. His efforts…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2023
पीएम मोदी ने दी जन्मदिन की शुभकामनाएं
पीएम मोदी ने एक्स के जरिए लाल कृष्ण आडवाणी को बधाई दी है और एक लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखा है। उन्होंने एल.के.आडवाणी के समर्पण और पार्टी के प्रति उनकी ईमानदारी को सर्वोपरि बताया। उन्होंने लिखा- “लालकृष्ण आडवाणी जी को जन्मदिन की बधाई…., लालकृष्ण आडवाणी जी ईमानदारी और समर्पण के प्रतीक हैं जिन्होंने हमारे देश को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने आगे लिखा- लालकृष्ण आडवाणी जी के दूरदर्शी नेतृत्व ने देश की एकता और राष्ट्रीय प्रगति को गति दी है। मैं हमेशा उनके च्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना करता हूं। उनका प्रयास, मेहनत और ईमानदारी हमेशा 40 करोड़ भारतीयों को प्रेरित करती रहेगी।
आदरणीय लालकृष्ण आडवाणी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ। आडवाणी जी ने अपने अथक परिश्रम और संगठन कौशल से पार्टी को सींचने और कार्यकर्ताओं को गढ़ने का काम किया। भाजपा की स्थापना से लेकर सत्ता तक आने में आडवाणी जी का अतुलनीय योगदान हर कार्यकर्ता के लिए प्रेरणा का अक्षुण्ण स्रोत…
— Amit Shah (@AmitShah) November 8, 2023
अमित शाह ने भी दी बधाई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिग्गज नेता को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने लिखा-“आदरणीय लालकृष्ण आडवाणी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ। आडवाणी जी ने अपने अथक परिश्रम और संगठन कौशल से पार्टी को सींचने और कार्यकर्ताओं को गढ़ने का काम किया। भाजपा की स्थापना से लेकर सत्ता तक आने में आडवाणी जी का अतुलनीय योगदान हर कार्यकर्ता के लिए प्रेरणा का अक्षुण्ण स्रोत है। ईश्वर से उनकी दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं”
This Diwali, let us celebrate India’s entrepreneurial and creative spirit with #VocalForLocal threads on NaMo app. https://t.co/NoVknVXclo
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— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2023
कारसेवक बन मिली थी पहचान
बता दें कि लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म कराची में हुआ था। उन्होंने वहीं से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी। विभाजन के बाद लाल कृष्ण आडवाणी दिल्ली में आकर बस गए। लाल कृष्ण आडवाणी का भाजपा से बहुत पुराना और गहरा रिश्ता है। लाल कृष्ण आडवाणी और अटल बिहारी वाजपेयी की दोस्ती और पार्टी के किस्से सबसे ज्यादा मशहूर हुआ करते थे। हालांकि लाल कृष्ण आडवाणी को असल पहचान राम मंदिर आंदोलन से मिली, जहां उन्होंने रथ यात्रा निकालते हुए बिहार के समस्तीपुर में जनसभा का आयोजन किया था। कहा जाता है कि उस वक्त लाल कृष्ण आडवाणी को देखने के लिए पूरा शहर सड़कों पर उतर आया था और हर तरफ जय श्री राम के नारे लगने शुरू हो गए थे, हालांकि समस्तीपुर में ही लाल कृष्ण आडवाणी की गिरफ्तारी की प्लानिंग भी हो रही थी और ये प्लानिंग कर रहे थे उस वक्त के बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव। लालू प्रसाद यादव ने सर्किट हाउस से ही गिरफ्तारी करवाई थी। गिरफ्तारी की खबर के बाद से पूरे राज्य में लाठीचार्ज और बाकी जरूरी सेवाओं को बंद करना पड़ा था।