नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को हाई लेवल मीटिंग की। इस बैठक में पीएम मोदी ने देशभर में ऑक्सीजन की वृद्धि और उपलब्धता को लेकर समीक्षा की। इस बैठक में ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए टॉस्क फोर्स के अफसर भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने प्रधानमंत्री मोदी को देश में लगे ऑक्सीजन प्लांट के बारे में जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक बैठक में अफसरों ने प्रधानमंत्री के सामने ऑक्सीजन की व्यवस्था पर प्रेजेंटेशन भी दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना की चुनौती से लगातार अलर्ट रहने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि भले ही वर्तमान में कोरोना पर काबू पा लिया गया है, लेकिन हमें लापरवाह नहीं होना है। देश के किसी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं होनी चाहिए।
दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में ऑक्सीजन की वृद्धि और उपलब्धता की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की। pic.twitter.com/fbRlOTSFkO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 9, 2021
ज्ञात हो कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कई राज्यों में मेडिकल ऑक्सीजन की किल्लत की हो गई थी जिसके चलते कई मरीजों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी थी। ऐसे में पीएम मोदी कोरोना के खिलाफ जंग में अब एक्शन मोड में है। कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए मोदी सरकार लगातार ठोस कदम उठा रही है। गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर कई जगहों से तस्वीरें सामने आई है जो कि कोरोना की तीसरी लहर का खतरा बन सकती है। तस्वीरों में लोग कोरोना के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाते दिख रहे है। भीड़भाड़ वाली जगहों पर लोग ना तो मास्क का प्रयोग कर रहे है और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे है। जिस पर पीएम मोदी ने चिंता जाहिर की थी। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने लोगों को लापरवाही न बरतने की सलाह भी दी।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi at a high-level meeting held today reviewed augmentation & availability of oxygen across the country.
(Video Source: DD) pic.twitter.com/O6jKi9MZr8
— ANI (@ANI) July 9, 2021
इससे पहले मोदी सरकार ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने की तैयारी के तहत नए कोरोना इमरजेंसी पैकेज का ऐलान किया था। जिसके लिए 23,220 करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान किया था। इस पैकेज का एक अहम पहलू बच्चों पर फोकस होना है। आपको बता दें, कोविड की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की भारी किल्लत देखी गई थी। जिसके बाद भारत सरकार की ओर से ऑक्सीजन की सप्लाई और उपलब्धता में तेजी लाने के प्रयास किए। फिलहाल देश के कई जिलों में ऑक्सजीन के प्लान्ट्स लगाए जा रहे हैं।