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Farooq On Target Killings: ‘इंसाफ न मिलने तक टारगेट किलिंग बंद नहीं होगी’, कश्मीरी पंडितों की हत्या पर फारुख अब्दुल्ला का विवादित बयान

इससे पहले फारुख अब्दुल्ला उन कश्मीरी नेताओं में शामिल थे, जो अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ थे। अब उन्होंने पहली बार इंसाफ न मिलने को कश्मीरी पंडितों की टारगेट किलिंग से जोड़ा है। फारुख ने ये नहीं बताया कि आखिर किसे इंसाफ नहीं मिल रहा। फारुख अब्दुल्ला के दौर में ही जम्मू-कश्मीर में 1990 के दशक से आतंकवाद ने सिर उठाया और अब तक उसका खामियाजा यहां के हिंदू और मुसलमान भुगत रहे हैं।

शोपियां। जम्मू-कश्मीर के सीएम रहे फारुख अब्दुल्ला के बोल एक बार फिर बिगड़े हैं। इस बार उन्होंने घाटी में कश्मीरी पंडितों की हो रही हत्याओं पर विवादित बयान दिया है। फारुख ने शोपियां में मारे गए कश्मीरी पंडित पूरन किशन भट के परिवार से मुलाकात के बाद ये बयान दिया। फारुख ने मीडिया के सवाल पर कहा, ‘ये टारगेट किलिंग नहीं रुकेगी। जब तक इंसाफ नहीं होगा।’ फारुख ने इसके साथ ही ये सवाल भी दागा कि पहले कहा जाता था कि 370 की वजह से कश्मीर में आतंकवाद है। अब 370 नहीं है, तो आतंकवादी घटनाएं क्यों हो रही हैं?

बता दें कि इससे पहले फारुख अब्दुल्ला उन कश्मीरी नेताओं में शामिल थे, जो अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ थे। अब उन्होंने पहली बार इंसाफ न मिलने को कश्मीरी पंडितों की टारगेट किलिंग से जोड़ा है। फारुख ने ये नहीं बताया कि आखिर किसे इंसाफ नहीं मिल रहा। फारुख अब्दुल्ला के दौर में ही जम्मू-कश्मीर में 1990 के दशक से आतंकवाद ने सिर उठाया और अब तक उसका खामियाजा यहां के हिंदू और मुसलमान भुगत रहे हैं।

farooq omar mehbooba

फारुख इससे पहले भी तमाम बार विवादित बयान देकर चर्चा में रहते आए हैं। उन्होंने ये तक कहा था कि अधिकृत कश्मीर तो पाकिस्तान का ही है और उसका ही रहेगा। एक बार फारुख अब्दुल्ला ने ये बयान दिया था कि भगवान राम आकर बेरोजगारी दूर नहीं करेंगे और जनता के मुद्दों पर राजनीतिक लड़ाई नहीं हो रही है। चीन की मदद से अनुच्छेद 370 को दोबारा लागू करने जैसा बयान भी वो दे चुके हैं। अपनी धुर विरोधी और पाकिस्तान परस्त महबूबा मुफ्ती के साथ मिलकर उन्होंने गुपकार गठबंधन भी बनाया।