नई दिल्ली। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को प्रथम लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। खास बात ये भी है कि आज स्वर्गीय लता मंगेशकर के पिता मास्टर दीनानाथ मंगेशकर की 80वीं पुण्यतिथि भी है। वहीं इस दौरान कार्यक्रम में वो स्वर्गीय लता मंगेशकर को याद कर भावुक हो गए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, मेरे लिए लता दीदी सुर सम्राग के साथ-साथ और जिसे कहते हुए मुझे गर्व होता है कि वो मेरी बड़ी बहन थी। पीढ़ियों को प्रेम और भावना का उपहार देने वाली लता दीदी, उन्होंने मुझे हमेशा उनकी तरफ से एक बड़ी बहन जैसा अपार प्रेम मिला है। मैं समझता हूं जीवन का इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है। शायद बहुत दशकों के बाद ये पहला राखी का त्योहार आएगा। जब दीदी नहीं होगी।
महाराष्ट्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रथम लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। https://t.co/WEXp5sBTF8 pic.twitter.com/a53fGPRBrA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 24, 2022
पीएम मोदी ने कहा कि, पुरस्कार जब लता दीदी जैसी बड़ी बहन के नाम से हो, तो मेरे लिए उनके अपनत्व और प्यार का ही एक प्रतीक है। मैं इस पुरस्कार को सभी देशवासियों के लिए समर्पित करता हूं। जिस तरह लता दीदी जन-जन की थीं। उसी तरह से उनके नाम से मुझे दिया गया ये पुरस्कार जन-जन का है।
पीएम मोदी ने कहा, ”संगीत से आपमें वीररस भरता है। संगीत मातृत्व और ममता की अनुभूति करवा सकता है। संगीत आपको राष्ट्रभक्ति और कर्तव्यबोध के शिखर पर पहुंचा सकता है। हम सब सौभाग्यशाली हैं कि हमने संगीत की इस सामर्थ्य को, इस शक्ति को लता दीदी के रूप में साक्षात देखा है।”
उन्होंने कहा कि, ”पुणे में उन्होंने (लता दीदी) अपनी कमाई और अपने मित्रों के सहयोग से मास्टर दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल बनवाया जो आज भी देश की सेवा कर रहा है। कोरोना कालखंड में देश की जिस-जिस अस्पताल ने गरीबों के लिए ज्यादा काम किया उसमें पुणे की मास्टर दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल भी शामिल है।”