नई दिल्ली। इस बात का ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को यह इंटरव्यू आगामी 10 फरवरी को होने जा रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से एक दिन पूर्व आज यानी की ( 9 फरवरी , 2022 ) को दिया है। जिसमें उन्होंने मुख्तलिफ मसलों का जिक्र कर जहां केंद्र सरकार की उपलब्धियों से देश की आवाम को रूबरू कराया तो वहीं दूसरी तरफ कई मसलों को लेकर विपक्षी दलों पर जोरदार हमला भी बोला है। जिसमें सबसे प्रमुख रहा कांग्रेस की परिवारवाद की राजनीति का मसला जिस पर उन्होंने बीते दिनों संसद के बजट सत्र में कांग्रेस को आड़े हाथों लिया था। उन्होंने कहा था कि परिवारवाद की वजह से सबसे पहले अगर किसी का दोहन होता है, तो वो है प्रतिभा। लेकिन जैसा कि आपको पता है कि कल यानी की 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और यह चुनाव कई मयानों में काफी अहम है। ऐसे में पीएम मोदी के इंटरव्यू में यूपी की सियासत से जुड़े मसले न पूछे जाए, ऐसा भला हो सकता था क्या?, तो जवाब स्पष्ट है, बिल्कुल भी नहीं। तो फिर क्या था। लगे हाथों पीएम मोदी से यूपी की सियासत को लेकर सवाल पूछा दिया गया था। सवाल था अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी और इस चुनाव में उनकी सियासी रणनीतियों को लेकर। कोई दोमत नहीं यह कहने में यूपी में बीजेपी को अगर कोई टक्कर देने की स्थिति में है, तो वो है सपा, ऐसे में सपा के संदर्भ में पीएम मोदी से सवाल पूछा जाना लाजिमी थी। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर सवाल क्या था।
ये दो लड़कों वाला खेल तो हमने पहले भी देखा है। इतना अहंकार था कि उन्हें ‘गुजरात के दो गधे’ ये शब्द प्रयोग किया था और उत्तर प्रदेश की जनता ने उन्हें हिसाब दिखा दिया: उ.प्र. में राजनीतिक गठबंधन पर प्रधानमंत्री मोदी pic.twitter.com/5MaCZpcWV3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 9, 2022
तो सवाल था अखिलेश यादव को लेकर था। जिसके जवाव में पीएम मोदी ने कहा कि ये दो लड़कों वाला खेल तो हमने पहले भी देखा है। इतना अहंकार था कि उन्हें ‘गुजरात के दो गधे’ ये शब्द प्रयोग किया था और उत्तर प्रदेश की जनता ने उन्हें हिसाब दिखा दिया। आपको यह समझने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए उनका पीएम ने अपने उक्त अल्फाजों से अखिलेश यादव के लिया था। दरअसल, विगत विधानसभा चुनाव में सपा ने चुनाव जीतने की खातिर कांग्रेस से गठबंधन किया था, लेकिन सूबे की जनता सूबे की जनता को यह गठबंधन नहीं भाया और उन्होंने इन गठबंधन को सिरे से नकारते हुए सीएम योगी को भारी मतों से सूबे की सत्ता सौंप डाली। जिसे चिन्हित करते हुए पीएम मोदी ने दो लड़कों वाली शब्दबली का उपयोग इंटरव्यू के दौरान किया। जिसे लेकर उनका सीधा इशारा राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर था। बता दें कि पीएम मोदी से उक्त सवाल इस चुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और जयंत चौधरी के बीच हुए गठबंधन को लेकर पूछा गया था।
इसके इतर पीएम मोदी ने समाजवादी पार्टी की राजनीतिक विचारधारा को लेकर भी सपा प्रमुख पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक बार किसी ने मुझे चिट्ठी भेजी थी कि उ.प्र. में समाजवादी पार्टी के परिवार से 45 लोग ऐसे थे जो किसी न किसी पद पर थे। किसी ने मुझे कहा कि उनके पूरे परिवार में 25 साल से अधिक आयु के हर व्यक्ति को चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि मैं समाज के लिए हूं परन्तु मैं जो नकली समाजवाद की चर्चा करता हूं ये पूरी तरह परिवारवाद है। लोहिया जी का परिवार कहीं नजर आता है क्या? जॉर्ज फर्नांडिस का परिवार कहीं नजर आता है क्या? नीतीश बाबू का परिवार कहीं नजर आता है क्या? गौरतलब है कि पीएम मोदी ने यह इंटरव्यू यूपी चुनाव से एक दिन पूर्व दिया है जिसके सियासी गलियारों में अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। अब ऐसे आगामी 10 मार्च यानी की नतीजों के दिन ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि सूबे में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठता है।