नई दिल्ली। बिहार में विपक्षी दलों की 23 जून को बैठक है। इससे पहले वहां ‘हम’ पार्टी ने सत्तारूढ़ महागठबंधन का साथ छोड़ दिया है। इससे बीजेपी उत्साहित लग रही है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने आज बिहार के बीजेपी नेताओं की अपने दिल्ली स्थित आवास पर बैठक बुलाई है। इस बैठक में बिहार के ताजा सियासी हालात पर चर्चा कर रणनीति बनाए जाने की उम्मीद है। गिरिराज सिंह बिहार बीजेपी के बड़े नेता हैं और लगातार सांसद बनते रहे हैं। वहीं, बीजेपी के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी कह चुके हैं कि महागठबंधन लगातार फेल हो रहा है। इसके ज्यादा दिन अब नहीं बचे हैं।
बिहार में जेडीयू, कांग्रेस और आरजेडी के महागठबंधन से अलग होने के बाद अब जीतन राम मांझी की हम पार्टी क्या करेगी, ये फिलहाल साफ नहीं है। हम ने आरोप लगाया है कि जेडीयू चाहती थी कि पार्टी का विलय उसमें हो जाए। अपनी पार्टी को बचाने के लिए हम ने महागठबंधन से अलग होने का फैसला किया। 18 जून को हम पार्टी ने अपनी बड़ी बैठक बुलाई है। इसके बाद ही जीतन राम मांझी अपने अगले कदम का एलान कर सकते हैं। वहीं, महा दलित श्रेणी में आने वाले जीतन राम मांझी के अलग होने से फिलहाल महागठबंधन सकते में दिख रहा है।
जीतन राम मांझी की पार्टी के महागठबंधन से अलग होने का आभास शायद आरजेडी या जेडीयू के किसी नेता को नहीं था। ऐसे में जब हम ने अलग होने का फैसला किया, तो बिहार के डिप्टी सीएम और आरजेडी के तेजस्वी यादव ने ये गिनाया कि जीतन राम मांझी को जेडीयू के नीतीश कुमार ने कितना सम्मान दिया और उनको बिहार का सीएम भी बनाया। वहीं, जेडीयू के अध्यक्ष ललन सिंह कहते दिखे कि हम में ज्यादा लोग नहीं, तो हम चाहते थे कि उनका हमारी पार्टी में विलय हो जाए।