नई दिल्ली। गुरु शब्द आमतौर उस व्यक्ति के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो हमें अंधकार से ज्योति में लाने का काम करता है। गुरु का किसी भी व्यक्ति के जीवन में अहम किरदार होता है। हम अपनी जिंदगी में जो भी उपलब्धि प्राप्त करते हैं, उसमें गुरु की भूमिका अतुलनीय है, लेकिन तब क्या करें जब गुरु ही हैवानियत की सारें हदें ही पार करें और जब फंसने की बारी आए, तो बचाव में ऐसी दलीलें दें, जिसका कोई अस्तित्व ही ना हो। अब इतना सबकुछ पढ़ने के बाद आप मन ही मन सोच रहे होंगे कि आप यह भूमिका किस संदर्भ में रचा रहे हैं। आखिर माजरा क्या है। जरा कुछ खुलकर बताएंगे, तो चलिए आगे हम आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं। दरअसल, यह पूरा माजरा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले से सामने आया है।
इस वीडियो में एक महिला टीचर अपने एक मुस्लिम स्टूडेंट को क्लास के दूसरे स्टूडेंट्स से पिटवाती हुई नजर आ रही है। इस बीच बच्चा रोता भी है, लेकिन उस टीचर का दिल नहीं पसीजता है। वीडियो सामने आने के बाद अब महिला टीचर अपने बचाव में दलीलें पेश कर रही हैं। आरोप है कि महिला टीचर ने उस बच्चे पर धार्मिक टिप्पणी की थी। फिलहाल, महिला टीचर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और अब सोशल मीडिया पर उसकी गिरफ्तारी की मांग तेज हो रही है। वहीं एनसीपीसीआर ने भी मामले को संज्ञान में लेने के बाद जांच का सिलसिला शुरू कर दिया है। अब एनसीपीसीआर यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उस स्कूल को मान्यता प्राप्त था की नहीं। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उस स्कूल को 2018 में मान्यता प्राप्त थी, लेकिन अब है की नहीं। इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उधर, महिला टीचर का कहना है कि वो कई वर्षों से स्कूल संचालित कर रही है। ऐसा कभी कुछ नहीं हुआ। वो विकलांग है, तो क्लास के दूसरे बच्चे को पीटने क लिए कहती है। वहीं, महिला टीचर ने स्पष्ट कर दिया कि उसने बच्चे पर किसी भी प्रकार की धार्मिक टिप्पणी नहीं की। यहां तक की बच्चे के पिता ने मुझसे खुद कहा था कि उसे टाइट करो, लेकिन अब यह वीडियो सामने आने के बाद राजनीति तेज हो चुकी है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लेकर असदुद्दीन ओवैसी तक का बयान सामने आया है। आइए , आगे आपको बताते हैं कि इस मसले पर किसने क्या कुछ कहा है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
मासूम बच्चों के मन में भेदभाव का ज़हर घोलना, स्कूल जैसे पवित्र स्थान को नफ़रत का बाज़ार बनाना – एक शिक्षक देश के लिए इससे बुरा कुछ नहीं कर सकता।
ये भाजपा का फैलाया वही केरोसिन है जिसने भारत के कोने-कोने में आग लगा रखी है।
बच्चे भारत का भविष्य हैं – उनको नफ़रत नहीं, हम सबको मिल…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 25, 2023
Muzaffarnagar school video is a painful warning of how deep rooted religious divides can trigger violence against the marginalised, minority communities. Our MLAs from Muzzafarnagar will ensure that UP Police files a case suomoto & the child’s education is not disrupted!
— Jayant Singh (@jayantrld) August 25, 2023
मुज़फ़्फ़रनगर स्कूल का वीडियो एक दर्दनाक चेतावनी है कि कैसे गहरी जड़ें जमा चुके धार्मिक विभाजन हाशिये पर पड़े अल्पसंख्यक समुदायों के ख़िलाफ़ हिंसा को भड़का सकते हैं। मुज़फ़्फ़रनगर के हमारे विधायक यह सुनिश्चित करेंगे कि यूपी पुलिस स्वत: मामला दर्ज करे और बच्चे की शिक्षा बाधित न… https://t.co/5MJXtsIg1Q
— Rohit Agarwal (@rohitagarwal850) August 25, 2023