newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

West Bengal: प्रशांत किशोर का अब ममता से छूटा नाता, दीदी ने सिर्फ ‘थैंक यू’ कहकर दिखाया बाहर का रास्ता

इससे पहले प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में जाने की कोशिश की थी। उन्होंने राहुल और प्रियंका से मुलाकात की थी, लेकिन कांग्रेस ने उनके लिए दरवाजे नहीं खोले। इससे पहले पीके पंजाब में सीएम रहते अमरिंदर सिंह के सलाहकार रहे थे।

कोलकाता। पहले बीजेपी, फिर कांग्रेस और अब तृणमूल। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उर्फ पीके का ठौर कहीं पक्का नहीं हो सका है। ताजा मामले में उनका और ममता बनर्जी का साथ छूटने की खबर है। बांग्ला अखबार ‘आनंदबाजार पत्रिका’ के मुताबिक प्रशांत ने ममता बनर्जी को एक मैसेज किया और ममता ने उन्हें थैंक्यू कह दिया। दोनों के बीच रिश्तों में खटास आने की वजह स्थानीय निकाय चुनावों में उम्मीदवारों का चयन रही। प्रशांत किशोर के सुझाए उम्मीदवारों का नाम सामने आते ही तृणमूल में हंगामा मच गया। जगह-जगह पार्टी विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए। ऐसे हालात में प्रशांत किशोर की कंपनी I-Pac के खिलाफ आवाजें उठीं, तो उन्होंने दो दिन पहले ममता को मैसेज किया कि अब वो बंगाल, त्रिपुरा और मेघालय में टीएमसी के लिए काम नहीं करना चाहते। ममता ने भी इसके जवाब में सिर्फ थैंक्यू कह दिया।

prashant kishor

बता दें कि इससे पहले प्रशांत किशोर ने कांग्रेस में जाने की कोशिश की थी। उन्होंने राहुल और प्रियंका से मुलाकात की थी, लेकिन कांग्रेस ने उनके लिए दरवाजे नहीं खोले। इससे पहले पीके पंजाब में सीएम रहते अमरिंदर सिंह के सलाहकार रहे थे। उससे पहले जब बीजेपी से उनका नाता टूटा था, तो बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें अपना सलाहकार बनाकर बाकायदा मंत्री का दर्जा दिया था, लेकिन जब नीतीश और बीजेपी के बीच फिर गलबहियां हुईं, तो प्रशांत किशोर को बिहार से भी जाना पड़ा था। अब उनकी पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी से भी अलगाव हो गया है।

prashant kishor and rahul Gandhi

प्रशांत किशोर ने बीते कुछ महीनों में लगातार विपक्ष को हतोत्साहित करने वाले बयान भी दिए थे। उन्होंने बीते दिनों कहा था कि फिलहाल बीजेपी को टक्कर देने की कुव्वत विपक्ष में नहीं है। उन्होंने ये भी कहा था कि बीजेपी के खिलाफ मोर्चाबंदी तैयार करने की वो कोशिश करते रहेंगे। अब ममता का साथ छूटने के बाद उनके इस इरादे पर भी फिलहाल ग्रहण लग गया है। प्रशांत किशोर साल 2014 में मोदी के लिए कैंपेन का खाका तैयार कराकर चर्चा में आए थे। उससे पहले वो अमेरिका में नौकरी करते थे।