नई दिल्ली। प्रधानमंत्री पीएम मोदी की ओर से तीनों कृषि कानून वापास लेने के बाद जहां एक ओर देशभर के किसान जश्न मना रहे हैं। तो वहीं दूसरी ओर इस फैसले के बाद सियासी हलचलें भी तेज हो गई है। जहां कई लोग सरकार के इस फैसले को सही बता रहे हैं तो वहीं विपक्ष इस पर भी हमलावर है। कृषि कानून वापस लेने के संबंध में किए गए ऐलान के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से भी बड़ा ऐलान किया गया है। दरअसल अमरिंदर सिंह की बातों से लगता है कि अब वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाने का ऐलान कर चुके कैप्टन का अब कहना है कि उन्हें कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने में कोई गुरेज नहीं है।
दरअसल पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि पंजाब को गुरु पर्व के मौके पर एक बड़ा तोहफा मिला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माफी मांगते हुए तीनों कृषि कानून वापस लेने का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का यह भी कहना है कि अब पंजाब के किसानों को आंदोलन खत्म करके अपने घरों की ओर लौट जाना चाहिए।
वहीं इस दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह से बीजेपी के साथ उनकी नवगठित सियासी पार्टी के जाने पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि पहले ही कहा था कि मुझे इससे गुरेज नहीं। कैप्टन ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि मुझे बीजेपी के साथ जाने में गुरेज नहीं है लेकिन मेरी शर्त थी कि ये तीनों कृषि कानून वापस लिए जाने चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमने पहले भी कितनी बार कहा था कि ये कानून गलत हैं और इन्हें वापस लिया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पद हटाए जाने के बाद से ही कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि अमरिंदर सिंह ने अपनी अलग पार्टी बनाने का भी ऐलान किया था। क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीजेपी में शामिल होने पर शामिल होने की राह में कृषि कानून ही सबसे बड़ी बाधा थे। गौरतलब है कि कैप्टन अमरिंदर ने दिल्ली पहुंचकर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान कृषि कानूनों को लेकर भी चर्चा की गई थी।