नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात (Mann Ki Baat) के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने खिलौनों और मोबाइल गेम्स के मामले में आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया। उन्होंने लोगों से स्वदेशी खिलौने का कारोबार बढ़ाने की अपील की। वहीं कार्यक्रम के ठीक बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड़ से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पीएम मोदी पर हमला बोला।
मन की बात में प्रधानमंत्री मोदी के खिलौनों की चर्चा करने पर राहुल गांधी ने तंज कसा है। राहुल गांधी ने रविवार को ट्वीट किया, ‘JEE-NEET के उम्मीदवार पीएम ‘परीक्षा पर चर्चा’ चर्चा चाहते थे, लेकिन पीएम ने ‘खिलौने पर चर्चा’ की। राहुल गांधी ने पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को लेकर ऐसे समय घेरा है जब कोरोना संकट के बीच JEE-NEET की परीक्षा कराये जाने का विरोध किया जा रहा है।
JEE-NEET aspirants wanted the PM do ‘Pariksha Pe Charcha’ but the PM did ‘Khilone Pe Charcha’.#Mann_Ki_Nahi_Students_Ki_Baat
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 30, 2020
वोकल फॉर लोकल: मोदी का युवाओं से भारतीय थीम पर गेम्स बनाने की अपील
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने देश में खिलौना कारोबार को बढ़ाने की जरूरत बताई। उन्होंने ‘लोकल के लिए वोकल’ होने पर फिर से जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ के दौरान देश की युवा प्रतिभाओं से भारतीय थीम वाले गेम्स बनाने की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में लोकल खिलौनों की बहुत समृद्ध परंपरा रही है। भारत के कुछ क्षेत्र टॉय क्लस्टर्स यानी खिलौनों के केंद्र के रूप में भी विकसित हो रहे हैं। कर्नाटक के रामनगरम में चन्नापटना, आंध्र प्रदेश के कृष्णा में कोंडापल्ली, तमिलनाडु में तंजौर, असम में धुबरी, उत्तर प्रदेश का वाराणसी कई ऐसे नाम हैं।
इतना बड़ा कारोबार, लेकिन भारत का हिस्सा उसमें बहुत कम है। अब आप सोचिए कि जिस राष्ट्र के पास इतनी विरासत हो, परंपरा हो, विविधता हो, युवा आबादी हो, क्या खिलौनों के बाजार में उसकी हिस्सेदारी इतना कम होना अच्छा लगेगा क्या?
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं अपने स्टार्टअप मित्रों, नए उद्यमियों से कहता हूं कि आइए मिलकर खिलौने बनाएं। अब सभी के लिए लोकल खिलौनों के लिए वोकल होने का समय है। आइए हम अपने युवाओं के लिए कुछ नए प्रकार के, अच्छी क्वालिटी वाले, खिलौने बनाते हैं, जो पर्यावरण के अनुकूल भी हों।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब कंप्यूटर और स्मार्टफोन के इस जमाने में कंप्यूटर गेम्स का भी बहुत ट्रेंड है। लेकिन, इनमें भी जितने गेम्स होते हैं, उनकी थीम भी अधिकतर बाहर की होती है। हमारे देश में इतने आइडियाज हैं, बहुत समृद्ध हमारा इतिहास रहा है, क्या हम उन पर गेम्स बना सकते हैं? मैं देश के युवा टैलेंट से कहता हूं, आप भारत में गेम्स बनाइए और भारत के भी गेम्स बनाइए। कहा भी जाता है कि चलो, खेल शुरू करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऐप इनोवेशन चैलेंज में हमारे युवाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। करीब सात हजार एंट्रीज आईं।