नई दिल्ली। जयपुर में महंगाई भगाओ रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने हिंदु और हिन्दुत्ववादी के बीच अंतर समझाते हुए विपक्षी पार्टियों पर हमला बोला था। राहुल गांधी के इस बयान की खूब चर्चा हुई थी। अब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी हिंदुत्व पर अपनी राय रखी है। मोहन भागवत के इस बयान को राहुल गांधी के बयान का जवाब माना जा रहा है। आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में शनिवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत एक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सत्ता का रिमोट कंट्रोल संघ के पास नहीं है। यह आरोप निराधार है।
इतना ही नहीं, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हिंदुत्व पर भी अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि ”हालांकि भारत एक विश्व शक्ति नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से महामारी के बाद के युग में यह विश्व गुरु बनने की क्षमता रखता है’ मोहन भागवत ने आगे कहा कि पिछले 96 वर्ष से आरएसएस का हमेशा विरोध हुआ है लेकिन हम समाज की सेवा में लगे रहे। संघ को तो थोड़ी राहत तब मिली जब स्वयंसेवक सत्ता में आए। सब बाधाओं को पार कर 96 वर्ष से आरएसएस समाज सेवा करते हुए आगे बढ़ता गया।
कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि कुछ शब्द हमारे जीवन से चिपक जाते है उन्हें हटाया नहीं जा सकता। हिंदोस्तान से हिन्दू शब्द आया और संघ से हिंदुत्व चिपक गया है। हिंदुत्व किसी को जीतने की बात नहीं करता है। हिंदुत्व जोड़ने की बात करता है, किसी को बांटता नहीं। पिछले 40 हजार सालों से सभी भारतीयों का डीएनए एक है। धर्म का अर्थ है धारणा , जो समाज को जोड़ता है।
“For over 40,000 years, #DNA of everyone living in India has been the same”: RSS chief #MohanBhagwat at an event in Himachal Pradesh#HimchalPradesh #RSS
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— editorji (@editorji) December 19, 2021
मोहन भागवत ने कहा कि हम गुलाम ही इसलिए हुए क्योंकि हम हमेशा बंटे रहे। चीन और पाकिस्तान के साथ देश के रिश्तों पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि भारत की तरफ से किसी के साथ दुश्मनी नहीं रही है लेकिन दुश्मन तो होते हैं अगर कोई दुश्मनी करें तो उससे झुकना नहीं है बल्कि दबाकर आगे बढ़ जाना है। गौरतलब हो कि पिछले कुछ दिनों से राहुल गांधी हिंदू और हिन्दुत्ववादी की परिभाषा बता सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा था कि हिंदू कभी रोता नहीं है, लेकिन हिंदुत्ववादी रोते हैं।