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UP राज्यसभा चुनाव में मायावती को लगा झटका, BSP प्रत्याशी के 5 प्रस्तावकों ने ही कर दिया ‘खेल’

UP Rajays Sabha Election: विधानसभा(Vidhansabha) के मौजूदा गणित पर गौर करें तो बीजेपी अपनी आठ सीटों पर आसानी से जीत दर्ज कर सकती है जबकि समाजवादी पार्टी(Samajwadi Party) के पास भी जीतने का मौका है

नई दिल्ली। नवंबर में उत्तर प्रदेश में होने वाले राज्यसभा चुनाव को देखते हुए बहुजन समाज पार्टी मुसीबत में घिरी नजर आ रही है। दरअसल बसपा के प्रत्याशी रामजी गौतम के दस प्रस्तावकों में से 5 ने अपना प्रस्ताव वापस ले लिया है। ऐसे में मायावती के लिए ये कदम काफी परेशान करने वाला है। गौरतलब है कि जिन प्रस्तावकों ने अपना प्रस्ताव वापस लिया है, वो बुधवार सुबह ही समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद ही बसपा में बगावत के सुर दिखाई देने लगे हैं। बता दें कि बीएसपी के पांच विधायक बुधवार सुबह अचानक विधानसभा में अपना प्रस्ताव वापस लेने पहुंचे, जिससे यूपी की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई। जिन्होंने अपना प्रस्ताव वापस लिया है उनमें बहुजन समाज पार्टी के असलम चौधरी, असलम राईनी, मुज्तबा सिद्दिकी, हाकम लाल बिंद, गोविंद जाटव के नाम शामिल हैं। बता दें कि कल ही असलम चौधरी की पत्नी ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली थी।

Mayawati

वहीं विधायकों की बगावत पर बसपा नेता उमा शंकर सिंह ने कहा कि नामांकन के वक्त इन सभी पांच विधायकों की सहमति थी और वहां पर मौजूद रहे थे। अब इन्होंने जो किया है वो गलत है, इसे स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। ये साजिश है ताकि एक दलित राज्यसभा ना पहुंचे।

akhilesh mayawati

यूपी में दस राज्यसभा सीटों पर चुनाव होना है, जिसके लिए कुल 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा की ओर से आठ, समाजवादी पार्टी के एक, बहुजन समाज पार्टी के एक और एक निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। यूपी में नौ नवंबर को राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान होगा, 11 नवंबर तक नतीजे आ सकते हैं। जबकि ये सीटें 25 नवंबर तक खाली होनी हैं।

CM Yogi Bell

विधानसभा के मौजूदा गणित पर गौर करें तो बीजेपी अपनी आठ सीटों पर आसानी से जीत दर्ज कर सकती है जबकि समाजवादी पार्टी के पास भी जीतने का मौका है। लेकिन बसपा के प्रत्याशी और निर्दलीय उम्मीदवार के बीच मुकाबला हो सकता है और अब बसपा प्रत्याशी के प्रस्तावकों ने जो झटका दिया है, उससे मुश्किल अधिक बढ़ गई है।