नई दिल्ली। राणा अयूब का नाम तो आपने सुना ही होगा। पेशे से पत्रकार हैं और किसी न किसी मसले पर केंद्र सरकार पर हमलावर ही रहतीं हैं। शायह ही ऐसा कोई मसला होगा जिसे लेकर उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना न साधा हो। अभी हाल ही में उन्होंने हिजाब मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार को सवालिया कठघरे में खड़ा किया था। लेकिन कई बार देखा गया है कि उन्हें उनके इस कृत्य की वजह से लोगों के कहर का शिकार भी होना पड़ता है। अभी हाल ही में ईडी द्वारा उनकी संपत्ति अटैच की गई थी। चलिए, अब छोड़िए उन बातों को। कभी किसी और दिन किसी और रिपोर्ट में
उन मुद्दों पर विस्तार से बात करेंगे। अब आप इतना सब कुछ पढ़ने के बाद मन ही मन सोच रहे होंगे तो फिर आप एकाएक अपनी इस रिपोर्ट में पत्रकार राणा अयूब के बारे में ये लंबी चौड़ी भूमिका क्यों रचा रहे हैं। आखिर माजरा क्या है। जरा कुछ खुलकर बताएंगे। तो चलिए हम आपको सब कुछ विस्तार से बताते हैं।
जरा पूरा माजरा
दरअसल, अभी उनका एक ट्वीट काफी तेजी से वायरल हो रहा है। जिस पर लोग अलग-तरह से अपना रिएक्शन देते हुए नजर रहे हैं। चलिए, अब यह भी जान लीजिए कि उन्होंने अपने ट्वीट में क्या कुछ कहा है। दरअसल, उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि, मुझे आज भारतीय आव्रजन पर रोक दिया गया। जब मैं पत्रकारों को डराने-धमकाने के संदर्भ में भाषण देने के लिए लंदन की अपनी उड़ान में सवार होने वाली था। इसके बाद मुझे भारतीय लोकतंत्र पर भाषण देने हेतु इटली के लिए रवाना होना था।
I was stopped today at the Indian immigration while I was about to board my flight to London to deliver my speech on the intimidation of journalists with @ICFJ . I was to travel to Italy right after to deliver the keynote address at the @journalismfest on the Indian democracy
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) March 29, 2022
ध्यान रहे कि कुछ दिनों पहले ईडी ने उनकी संपत्ति कुर्क कर ली थी। उन पर आरोप था कि उन्होंने कोरोना काल के निर्धनों की मदद करने के नाम पर वित्तीय सहायता ली है, लेकिन अफसोस उस वित्त का जरूरतमंदों के लिए इस्तेमाल न करते हुए अपने निजी हित के लिए किया जिसे लेकर बीते दिनों प्रवर्तन निदेशालय ने पत्रकार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी।