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Uttar Pradesh: योगी सरकार के प्रयासों का नतीजा, प्रदेश में सबको मिल रही निर्बाध बिजली

Uttar Pradesh: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सक्रिय कार्ययोजना का ही नतीजा है कि अब लोगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल रही है। हर घर तक रोशनी पहुंचाने की केन्द्र सरकार की मंशा को अमली जामा पहनाने में योगी सरकार की भूमिका भी अहम रही है। दरअसल पीएम सहज बिजली हर घर योजना का शुभारम्भ साल 2017 में हुआ था। 

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि सबको बिजली, पर्याप्त बिजली, निर्बाध बिजली मिले। इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है। यही कारण है कि प्रदेश के हरेक घर को बिजली के जरिए रोशन करने का सपना अब हकीकत में बदलता दिख रहा है। वर्तमान में मंडल के साढ़े आठ हजार घर सौभाग्य योजना के तहत जगमगा रहे हैं। इतना ही नहीं सौभाग्य योजना में मंडल के विभिन्न जनपदों के 5 हजार से अधिक मजरों में बिजली वितरण नेटवर्क का विस्तार का काम भी पूरा हो गया है।

yogi adityanath

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सक्रिय कार्ययोजना का ही नतीजा है कि अब लोगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति मिल रही है। हर घर तक रोशनी पहुंचाने की केन्द्र सरकार की मंशा को अमली जामा पहनाने में योगी सरकार की भूमिका भी अहम रही है। दरअसल पीएम सहज बिजली हर घर योजना का शुभारम्भ साल 2017 में हुआ था। गोरखपुर जोन के चारों जिलों में नेटवर्क विस्तार व कनेक्शन देने की जिम्मेदारी एल एंड टी के साथ दो अन्य कंपनियों को मिली। गोरखपुर व महराजगंज में एलएंडटी ने इस योजना के तहत सबसे पहले बिजली सुविधा से वंचित लोगों को मुफ़्त कनेक्शन देना शुरू किया। इसी बीच योजना में गरीबी रेखा से ऊपर के लोगों को किश्तों में कनेक्शन देने की योजना भी शुरू हुई।

Yogi Adityanath

इसके तहत कनेक्शन लेने वाले लाभार्थियों के परिसर में सर्विस केबल, मीटर व सीएफएल बल्ब के साथ ही मीटर बोर्ड भी कंपनी को लगाना था। गोरखपुर के विभिन्न ब्लाकों में एलएंटी ने 2.08 लाख बिजली सुविधा से वंचित घरों को कनेक्शन दिया। साथ ही करीब 966 मजरों में बिजली वितरण नेटवर्क का विस्तार भी किया। इसी तरह जोन के दूसरे जिलों में भी बिजली सुविधा से वंचित लाखों परिवारों को कनेक्शन देने के अलावा बिजली वितरण नेटवर्क का विस्तार हुआ। दूसरे चरण में भी बिजली वितरण नेटवर्क से जुड़े गांवों में कनेक्शन दिए गए।

बिजली घरों की क्षमता में बढ़ोत्तरी

जिले के करीब 60 बिजली घरों की क्षमता में बढ़ोत्तरी भी सौभाग्य योजना से हुई। कनेक्शनों की संख्या बढ़ने से बिजली घरों पर क्षमता से अधिक लोड आ गया। इससे निपटने के लिए योजना के दूसरे चरण में काम हुआ। सभी बिजली घरों की क्षमता वृद्धि एलएंटी ने की। इसके साथ ही कस्बों व गांवो में क्षमता वृद्धि के अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाए गए।

Saubhagya Yojana

पहली बार बिजली की रोशनी मिली

वहीं भटहट के बैलों गांव की बासमती कहती है कि सरकार की पहल पर हमारा घर भी बिजली की रोशनी से जगमग हो गया। हमारे बच्चे दूसरे टोले पर टिमटिमाते बल्ब की रोशनी देखकर पूछते थे कि हमारे टोले पर कब बिजली आएगी। अब हमारे बच्चे भी बिजली की रोशनी में पढ़ रहे है। घर में पानी का मोटर चल रहा है।

नदी के पेटे में बसे मजरों में सोलर की रोशनी

बड़हलगंज व बेलघाट क्षेत्र में दर्जनभर से अधिक गांवों के टोले नदी के पेटे में बसे थे। सौभाग्य योजना के तहत इन मजरों में सोलर पैनल लगाकर ग्रामीणों को बिजली कनेक्शन दिए गए। इतना ही नहीं सभी ग्रामीणों को सोलर लालटेन व पंखा भी केन्द्र सरकार ने मुहैया कराए। बिजली सुविधा से वंचित ग्रामीणों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनके घर बिजली की रोशनी से जगमग होंगे।

जोन के विभिन्न इन जिलों में सौभाग्य योजना से रोशन हुए घर

आंकड़ों में जाए तो गोरखपुर जिले में 2.70 लाख, देवरिया में 1.90 लाख, महराजगंज में 2 लाख, कुशीनगर में 2.10 लाख घरों में बिजली पहुंच चुकी है। इस बाबत ई. राजीव चतुर्वेदी, नोडल अधिकारी सौभाग्य योजना ने कहा कि सौभाग्य योजना के तहत जोन में 8.50 लाख लोगों को कनेक्शन दिए गए। योजना से करीब 3850 मजरों को बिजली वितरण के नेटवर्क से जोड़ा गया। केन्द्र सरकार की सौभाग्य योजना ने ग्रामीणों के घरों को रोशन कर उनकी जिन्दगी बदल दी।