नई दिल्ली। मुंबई में पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की चिट्ठी के बाद अब एक और चिट्ठी सामने आई है। जिसकी वजह से सियासी तूफान और ज्यादा तेज हो गया है। दरअसल अनिल देशमुख ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद अपनी कुर्सी छोड़ दी। लेकिन उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में बंद मुंबई पुलिस के सस्पेंड हो चुके असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सचिन वाजे के वकील ने बुधवार को मीडिया में सचिन वाजे की कथित चिट्ठी जारी की है जिसमें सचिन वाले ने महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के कई नेताओं पर आरोप लगाए हैं। कथित चिट्ठी में सचिन वाजे ने आरोप लगाया है कि पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख ने उन्हें नौकरी पर वापस रखने के बदले 2 करोड़ रुपए मांगे थे।
इस चिट्ठी में सचिन वाजे ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं, वाजे की कथित चिट्ठी में सचिन वाजे ने कहा है कि शरद पवार मुझे वापस नौकरी पर नहीं रखना चाहते थे, लेकिन अनिल देशमुख ने मुझसे कहा कि मैं शरद पवार को मना लूंगा लेकिन मुझे दो करोड़ रुपये देने होंगे। चिट्ठी में वाजे आगे लिखते हैं, “मैंने कहा मैं अभी पैसे नहीं दे सकता है, इस पर अनिल देशमुख ने कहा कोई बात नहीं”
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Here is copy of letter submitted by Sachin Vaze in designated court.#MahaVasuliAghadi pic.twitter.com/MOMKSzRsy0
— Suresh Nakhua ( सुरेश नाखुआ ) (@SureshNakhua) April 7, 2021
कथित चिट्ठी में वाजे लिखते हैं कि गृहमंत्री ने उन्हें 1650 बार से उगाही के लिए कहा था लेकिन उन्होंने असमर्थता जता दी थी। इसके बाद कथित चिट्ठी में वाजे ने कहा कि गृहमंत्री के पीए ने उन्हें गृहमंत्री के ऑफर पर विचार करने के लिए कहा।
वाजे की चिट्ठी में महाराष्ट्र के मंत्री अनिल परब पर भी आरोप लगाए गए हैं। चिट्ठी में वाजे ने लिखा है कि अनिल परब ने उसे 50 करोड़ लेकर SBUT की जांच बंद करने को कहा। वाजे की चिट्ठी में एक और आरोप लगाया गया है। वाजे ने चिट्ठी में लिखा है कि अनिल परब ने उसे बीएमसी के 50 ठेकेदारों से 100 करोड़ रुपए वसूलने को कहा था।