मुंबई। महाराष्ट्र में विपक्षी दलों की महाविकास आघाड़ी में दरार पड़ती ही नहीं बल्कि बढ़ती दिख रही है। महाविकास आघाड़ी में शामिल उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने साफ कह दिया है कि मुंबई, नागपुर और अन्य जगह होने वाले निकाय चुनावों में उनकी पार्टी बिना गठबंधन के अकेले लड़ेगी। संजय राउत ने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों में पार्टी के कार्यकर्ताओं को लड़ने का मौका मिलना चाहिए। संजय राउत के इस बयान पर कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी एससीपी के नेताओं और कांग्रेस छोड़ने वाले संजय निरुपम का बयान आया है।
Maharashtra: Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut says, “Local bodies whether it is municipal corporations, city councils, district councils, and municipal bodies, party workers should be given the opportunity to contest. We will fight on our own in Nagpur, in Mumbai, and… pic.twitter.com/1mlypRzUlb
— IANS (@ians_india) January 11, 2025
#WATCH | Mumbai: Shiv Sena leader Sanjay Nirupam says, “There is no coordination between the Maha Vikas Aghadi and INDI alliance…It was just a conspiracy to stop Narendra Modi from becoming the PM of India for the third time…They gained some benefit from it in the Lok Sabha… pic.twitter.com/iS6gO4uXro
— ANI (@ANI) January 11, 2025
Mumbai, Maharashtra: On Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut’s statement that his party will contest BMC elections alone
NCP-SCP leader and spokesperson Mahesh Tapase says, “Before 2019, all the local self-government elections were fought against Sanjay Raut’s party by us… I… pic.twitter.com/BUq33ZBwzQ
— IANS (@ians_india) January 11, 2025
Mumbai, Maharashtra: Regarding Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut’s statement that Local bodies whether it is municipal corporations, city councils, district councils, and municipal bodies, party workers should be given the opportunity to contest
Congress MP Varsha Gaikwad says,… pic.twitter.com/TfYx4vNT0q
— IANS (@ians_india) January 11, 2025
बता दें कि एनसीपी एससीपी के प्रमुख शरद पवार ने आरएसएस की तारीफ की थी। जबकि, कांग्रेस और उसके बड़े नेता राहुल गांधी लगातार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर आरोप लगाते रहते हैं। शरद पवार के बयान के बाद अब संजय राउत का ये कहना कि महाराष्ट्र के निकाय चुनाव उद्धव ठाकरे की पार्टी अकेले लड़ेगी साफ कर रही है कि महाविकास आघाड़ी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। महाविकास आघाड़ी में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद से ही नेताओं के अलग-अलग सुर सुनाई देने लगे थे। दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी का सूपड़ा साफ हो गया था और बीजेपी नीत महायुति ने एक बार फिर सरकार बना ली थी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी की तरफ से उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी ने सबसे ज्यादा 20 सीट हासिल की थी। जबकि, शरद पवार वाली एनसीपी को 10 सीट पर ही जीत मिली थी। जबकि, कांग्रेस के 16 प्रत्याशी जीत सके थे। जबकि, महाविकास आघाड़ी के नेता दावा कर रहे थे कि महाराष्ट्र में उनके ही गठबंधन की सरकार बनेगी। वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे देखें, तो बीजेपी ने 132, एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 57 और अजित पवार की एनसीपी ने 41 सीट हासिल कर महाराष्ट्र में महायुति की जीत का परचम लहरा दिया था। अब महाराष्ट्र में बीएमसी समेत नगर निकायों के चुनाव होने जा रहे हैं। जाहिर है, इसमें एक तरफ महायुति के प्रत्याशी होंगे, तो उसे चुनौती देने मैदान में अलग-अलग पार्टियां अपने उम्मीदवार उतारेंगी।