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Uttar Pradesh: लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं रॉबर्ट वाड्रा, बताया किस सीट से लड़ना चाहते हैं चुनाव

Uttar Pradesh:कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा भी चुनावों में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं। इस बात की इच्छा उन्होंने खुद जाहिर की है।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में इस वक्त विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। 6 चरणों के चुनाव हो चुके हैं। 10 मार्च को परिणाम आने हैं जिसके बाद ये साफ हो जाएगा कि यूपी की जनता ने किसको अपनी सिर-आंखों पर बैठाया है। इसी बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा भी चुनावों में अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं। इस बात की इच्छा उन्होंने खुद जाहिर की है। वाड्रा का कहना है कि वो बदलाव ला सकते हैं और उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं।

मैं राजनीति में बदलाव ला सकता हूं-वाड्रा

मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में वाड्रा ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि ‘हर कोई मुझसे संसद में प्रवेश के लिए मुरादाबाद या उत्तर प्रदेश के किसी अन्य शहर को चुनने की उम्मीद कर रहा है’। लोगों को मुझसे बहुत सारी उम्मीदें हैं। ‘मैं देखूंगा कि मैं 2024 के आम चुनावों में भाग ले सकता हूं या नहीं। मैं हर दिन लोगों की सेवा में हूं’। उन्होंने आगे कहा कि ‘ भगवान में मेरी बहुत आस्था है। ‘इलेक्शन हो या न हो.. मैं देश भर के मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों और गुरुद्वारों में जाता हूं। जब मैं इतने लंबे समय से कड़ी मेहनत कर रहा हूं, तो मुझे लगता है कि मैं राजनीति में बदलाव ला पाऊंगा’।

गरीबों की पीड़ा कम करने के लिए काम करती हैं प्रियंका

राजनीति में बदलाव लाने पर बात करते हुए वाड्रा ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि मैं बदलाव ला सकता हूं और लोगों का जीवन बेहतर कर सकता हूं। मैं और प्रियंका घर पर राजनीति से जुड़ी बातें करते हैं और सोचते हैं कि कैसे गांव से जुड़े लोगों की परेशानियों को कम किया जाए। प्रियंका गांधी को सीएम के तौर पर देखने के सवाल पर वाड्रा ने कहा कि राहुल और प्रियंका कभी भी किसी पद लेकर बात नहीं करते हैं। वो लोगों के लिए कड़ी मेहनत करने पर विश्वास रखते हैं और राजनीति उनके खून में हैं। रही सीएम पद की बात तो लोग उनको सीएम बनता देखना चाहते हैं लेकिन यह उनका फैसला होगा कि वह केवल यूपी तक ही सीमित रहना चाहेंगी, या राष्ट्रीय मंच पर जाएंगी।