newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Rohingya: बांग्लादेशी महिलाओं को यूपी लाकर बेचने वाले दो रोहिंग्या गिरफ्तार, विदेशी सरगना भी दबोचा गया

Rohingya: जब इस मामले में जांच की गई तो पता चला कि यह दोनों लड़कियां म्यांमार की हैं जिन्हें फर्जी पासपोर्ट के सहारे मलेशिया भेजा जा रहा था। अब इस रोहिंग्या कनेक्शन में महिला तस्करी के रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है। एटीएस टीम ने इस मामले में तीन पुरुषों को भी गिरफ्तार किया है। यह सभी आरोपी दिल्ली एनसीआर के इलाके से पकड़े गए हैं।

लखनऊ। यूपी पुलिस की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड यानी एटीएस ने बांग्लादेश और म्यांमार से महिलाओं को अवैध तरीके से यूपी लाकर बेचने वाले रोहिंग्या गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग का सरगना बांग्लादेशी नागरिक है। बाकी दोनों सदस्य म्यांमार के रोहिंग्या हैं। इस मामले में यूपी एटीएस 3 आरोपियों को दिल्ली-एनसीआर के इलाके से गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं तस्करी कर विदेश भेजी जा रहीं 2 लड़कियां भी एटीएस की टीम ने बरामद की हैं।

ATS

वहीं जब इस मामले में जांच की गई तो पता चला कि यह दोनों लड़कियां म्यांमार की हैं जिन्हें फर्जी पासपोर्ट के सहारे मलेशिया भेजा जा रहा था। अब इस रोहिंग्या कनेक्शन में महिला तस्करी के रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है। एटीएस टीम ने इस मामले में तीन पुरुषों को भी गिरफ्तार किया है। यह सभी आरोपी दिल्ली एनसीआर के इलाके से पकड़े गए हैं।

यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि एटीएस को कुछ दिनों से जानकारी मिल रही थी कि म्यांमार और बांग्लादेश से महिलाओं और लड़कियों को अच्छे दिन के सपने दिखाकर यूपी लाया जा रहा है और यहां उनकी शादी कराई जा रही है। पुख्ता सूचना मिलने पर एटीएस की टीम ने गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर छापा मारा। वहां दिल्ली जा रही ब्रह्मपुत्र मेल पर छापा मारकर दो लोगों को पकड़ा गया। इनके साथ तीन महिलाएं भी थीं। तीनों को अवैध रूप से भारत लाया गया था।

गिरोह के सरगना और बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद नूर उर्फ नूरुल इस्लाम पुत्र बादशाह खान निवासी कॉक्सबाजार बांग्लादेश और रहमत उल्लाह पुत्र दीन मोहम्मद निवासी म्यांमार को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। मोहम्मद नूर से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर दिल्ली रेलवे स्टेशन से दूसरे रोहिंग्या शबीउर्रहमान उर्फ शबीउल्लाह पुत्र दीन मोहम्मद को भी पकड़ा गया है। वह भी रोहिंग्या मुसलमान है। तीनों को लखनऊ लाकर पूछताछ की जा रही है। इनके पास से म्यांमार की दो लड़कियां मिली हैं। इनमें से एक की उम्र 16 और दूसरे की 18 साल है। दोनों लड़कियों को लखनऊ के आशा ज्योति केंद्र में रखा गया है।

up-police

एडीजी ने बताया कि म्यांमार और बांग्लादेश से लाई जाने वाली लड़कियों और महिलाओं को ये गिरोह ऊंची कीमत पर बेच देता था। बता दें कि दो दिन पहले ही इसी तरह के एक गैंग को जीआरपी ने असम में भी रेलवे स्टेशन से पकड़ा था। गैंग के सदस्य कुछ महिलाओं को दिल्ली ला रहे थे।