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Corona Vaccine: वैक्सीन मामले पर बढ़ा बवाल, केंद्र ने मांगा जवाब तो बैकफुट पर आ गई पंजाब सरकार

Corona Vaccine: इस मामले पर घिरती पंजाब सरकार ने निजी अस्पतालों को वैक्सीन की खुराक उपलब्ध कराने के अपने आदेश को वापस ले लिया- इसको लेकर कहा गया है कि, “इसे सही भावना से नहीं लिया गया” और निजी अस्पतालों को सभी वैक्सीन खुराक वापस करने के लिए कहा गया। इसको लेकर कहा गया है कि प्राइवेट अस्पतालों ने पंजाब सरकार को जो पैसा दिया, वह वापस कर दिया जाएगा।

नई दिल्ली। एक तरफ जहां देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है। महामारी के इस दौरान वैक्सीन को एक बड़े हथियार के तौर पर देखा जा रही है। वहीं कोरोना महामारी के बीच कई राज्यों में वैक्सीन की किल्लत की बात कह रहे है। लेकिन इस बीच पंजाब की कांग्रेस सरकार पर कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़े गंभीर आरोप लगे हैं। दरअसल अमरिंदर सरकार पर कोविड वैक्सीन की कालाबाजारी के आरोप लगाए जा रहे हैं। आरोप हैं कि पंजाब सरकार ने वैक्सीन को तय कीमत पर खरीदकर उसे ज्यादा कीमत पर निजी अस्पतालों को बेच रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब सरकार ने केंद्र से 400 रुपये की रियायती दर पर कोरोना की वैक्सीन ‘कोवैक्सिन’ की खुराक खरीद रही है, लेकिन राज्य सरकार इसे निजी अस्पतालों को 1060 रुपये प्रति खुराक पर बेच रही है, जो लोगों को 1560 रुपये में टीका लगाते हैं। एक तरफ जहां अमरिंदर सरकार कोरोना वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है और राज्य में वैक्सीन की कमी का बहाना बता रही है, तो वहीं दूसरी तरफ महामारी के इस दौर में केंद्र से मुफ्त मिलने वाली कोविड वैक्सीन को बेच कर लाभ कमा रही है।

वहीं इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पंजाब सरकार और कांग्रेस पर ये आरोप लगाते हुए कहा कि ‘राहुल गांधी को दूसरों को ज्ञान देने की बजाय पहले अपने (कांग्रेस) राज्य की देखभाल करनी चाहिए। पंजाब सरकार को कोवैक्सीन की 1.40 लाख से ज्यादा डोज 400 रुपये में उपलब्ध कराई गई और उन्होंने इसे 20 निजी अस्पतालों को 1000 रुपये में बेच दी।

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कही। उन्होंने कहा, ‘पंजाब कोरोना से प्रभावित है, वैक्सीन का ठीक मैनेजमेंट नहीं हो रहा है। पिछले 6 महीने से उनकी आपसी लड़ाई चल रही है, पूरी पंजाब सरकार और पार्टी 3-4 दिन से दिल्ली में है, पंजाब को कौन देखेगा? अपनी अंदरूनी राजनीति के लिए पंजाब के लोगों की अनदेखी करना कांग्रेस का बड़ा पाप है।’


वहीं पंजाब सरकार से इस पूरे वैक्सीन प्रकरण पर केंद्र सरकरा ने रिपोर्ट मांगी है।

वहीं इस सब के बीच इस मामले पर घिरती पंजाब सरकार ने निजी अस्पतालों को वैक्सीन की खुराक उपलब्ध कराने के अपने आदेश को वापस ले लिया- इसको लेकर कहा गया है कि, “इसे सही भावना से नहीं लिया गया” और निजी अस्पतालों को सभी वैक्सीन खुराक वापस करने के लिए कहा गया। इसको लेकर कहा गया है कि प्राइवेट अस्पतालों ने पंजाब सरकार को जो पैसा दिया, वह वापस कर दिया जाएगा।

कांग्रेस की खुली पोल!, केंद्र से मुफ्त मिलने वाली कोविड वैक्सीन बेचकर लाभ कमा रही अमरिंदर सरकार
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब सरकार ने केंद्र से 400 रुपये की रियायती दर पर कोरोना की वैक्सीन ‘कोवैक्सिन’ की खुराक खरीद रही है, लेकिन राज्य सरकार इसे निजी अस्पतालों को 1060 रुपये प्रति खुराक पर बेच रही है, जो लोगों को 1560 रुपये में टीका लगाते हैं। एक तरफ जहां  अमरिंदर सरकार कोरोना वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोल रही है और राज्य में वैक्सीन की कमी का बहाना बता रही है, तो वहीं दूसरी तरफ महामारी के इस दौर में केंद्र से मुफ्त मिलने वाली कोविड वैक्सीन को बेच कर लाभ कमा रही है।

रिपोर्ट के अनुसार, राज्य कोटे के तहत खरीदे गए कोवैक्सिन को निजी अस्पतालों को बेचने पर पंजाब सरकार ने कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के नाम पर 660 रुपये प्रति खुराक का लाभ कमाया है। इसके अलावा निजी अस्पताल को 500 रुपये प्रति डोज का लाभ होता है, क्योंकि ग्राहक प्रत्येक डोज के लिए 1,560 रुपये का भुगतान करता है।

वहीं इस मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पंजाब सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 1- केंद्र सरकार वैक्सीन निर्माताओं से टीका ख़रीद कर राज्यों को बेचती है ₹400 प्रति डोज़ की दर से.., 2-पंजाब सरकार ने वही टीका प्राइवेट अस्पतालों को बेच दिया ₹1060 प्रति डोज़ की दर से.., 3-प्राइवेट अस्पतालों के आम जनता को वही टीका लगाया ₹1560 प्रति डोज़ की दर से..

उधर, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने इस मामले को लेकर पंजाब की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। साथ ही उन्होंने मामले में हाईकोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग की।