नई दिल्ली/कीव। यूक्रेन के खारकीव में रूसी सेना के कहर के बीच वहां फंसे भारतीय छात्रों के लिए बहुत अच्छी खबर आई है। रूस ने कहा है कि वो खारकीव से भारतीय छात्रों को निकालने के लिए हर संभव मदद भी देगा और सुरक्षित रास्ता भी मुहैया कराएगा। ये जानकारी भारत में रूस के नामित राजदूत डेनिस अलिपोव ने दी। अलिपोव ने अब से कुछ देर पहले मीडिया से कहा कि यूक्रेन के अन्य शहर में फंसे भारतीय छात्रों को भी रास्ता मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत ने हमसे आपात स्थिति में लोगों को रूस के रास्ते निकालने का अनुरोध किया था। हम भारत के रणनीतिक सहयोगी हैं और संतुलित रवैया अपनाने के लिए भारत के आभारी हैं।
अलिपोव ने ये भी कहा कि भारत को इस संकट की पूरी समझ है। रूस का भारतीय छात्रों को खारकीव से सुरक्षित रास्ता देने का फैसला बहुत अच्छा इसलिए है, क्योंकि खारकीव पर लगातार बम बरस रहे हैं और वहां फंसे छात्रों के लिए सैकड़ों किलोमीटर का सफर करके रोमानिया, पोलैंड या हंगरी तक पहुंचना आसान नहीं है।
We are strategic allies with India. We are grateful to India for its balanced position displayed at the UN. India understands the depth of this crisis: Denis Alipov, Russian Ambassador-designate to India pic.twitter.com/Lt1JQNUfOL
— ANI (@ANI) March 2, 2022
खारकीव में कल रूस के मिसाइल हमले में भारत के एक छात्र की जान गई थी। जिसके बाद विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रूस और यूक्रेन के राजदूतों को बुलाकर उनसे भारत की चिंता जताते हुए भारतीय छात्रों के लिए सुरक्षित रास्ता देने को कहा था।
इससे पहले जब पीएम नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बात की थी, तो भी उन्होंने ये मुद्दा उठाया था। इस पर पुतिन ने कहा था कि वो रूस की सेना को आदेश देंगे कि भारतीयों को यूक्रेन से सुरक्षित निकलने दिया जाए। ऐसी खबरें भी आई थीं, जब वतन लौटे भारतीय छात्रों ने बताया कि रूसी सैनिकों ने उनकी बस पर तिरंगा लगा देखकर सैल्यूट किया और उन्हें सुरक्षित आगे तक भी पहुंचाया।