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Prayagraj: TMC सांसद ने किया भगवान राम और सीता अपमान तो भड़के साधु-संत, ममता पर निकाला गुस्सा

Kalyan Banerjee: 9 जनवरी को बैरकपुर(Bairakpur) में एक पब्लिक मीटिंग में तृणमूल कांग्रेस(TMC) सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा था कि, सीता ने राम से कहा कि ये किस्मत थी कि मुझे रावण ने अगवा किया।

नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कल्याण बनर्जी (MP Kalyan Banerjee) ने भगवान राम और सीता को लेकर जो टिप्पणी की उसे लेकर अब साधु-संतों का आक्रोश सामने आ रहा है। बता दें कि कल्याण बनर्जी द्वारा दिए गए अमर्यादित बयान पर प्रयागराज (Prayagraj) माघ मेले में आये साधु संतों ने अपना जमकर गुस्सा निकाला। इसको लेकर निरंजनी अखाड़े के संत और गंगा सेना के संयोजक स्वामी आनन्द गिरी ने तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि TMC पाकिस्तान परस्त है। उन्होंने कहा कि, TMC सांसद अपने बयानों से हिन्दू देवी देवताओं का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा है कि अपने कृत्यों से तृणमूल कांग्रेस पूरी तरह से एक्सपोज हो चुकी है, क्योंकि वो रोहिंग्या और बंग्लादेशी मुसलमानों के साथ खड़ी है। स्वामी आनन्द गिरी ने TMC को लेकर कहा कि, तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल में होने जा रहे विधानसभा चुनावों ध्यान में रखते हुए वोटों के खातिर खुलकर हिन्दुओं विरोध कर रही है। हिंदुओं को अपमानित कर वो देश के मुसलमानों को साफ्ट टारगेट बनाना चाह रही है।

kalyan banerjee

उन्होंने कहा है कि देश का हिन्दू और मुसलमान दोनों पूरी तरह से अब इन जैसों की राजनीति समझ चुके हैं और ऐसे राजनीतिक दलों के बहकावे में वो कतई आने वाला नहीं है। स्वामी आनन्द गिरी ने TMC की तरफ से आ रहे बयानों पर कहा है कि हम संविधान के दायरे में रहते हुए तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। इसके लिए साधु संत अदालत का दरवाजा खटखटायेंगे, ताकि ऐसे नेताओं को कड़ी सजा दिलाकर उन्हें सबक सिखाया जा सके। हालांकि, उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल की जनता खुद ही विधानसभा चुनाव में उन्हें बाहर कर रिफ्यूजी बना देगी।

बता दें कि 9 जनवरी को बैरकपुर में एक पब्लिक मीटिंग में तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा था कि, सीता ने राम से कहा कि ये किस्मत थी कि मुझे रावण ने अगवा किया। अगर मुझे माथे पर भगवा बांधने वाले और जय श्री राम चिल्लाने वाले आपके अनुयायियों ने अगवा किया होता, तो मेरी हालत हाथरस पीड़िता जैसी होती। गौरतलब है कि इसी बयान के सामने आने के बाद साधु संतों का आक्रोश भड़क उठा है।