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UP: नूपुर शर्मा के साथ खड़े हुए काशी के संत, बोले- हत्या और रेप की धमकी देने वाले मौलानाओं की…

महंत बालक दास ने संतों की बैठक में कहा कि भारत शरीयत से नहीं, संविधान से चलने वाला देश है। अगर हिंदू धर्म के बारे में कोई अपशब्द कहा जाएगा, तो ऐसा करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। नफरत फैलाने वाले मौलानाओं की संपत्ति जब्त करने और जिस मस्जिद के पास पथराव हो, उसमें ताला लगाने की मांग भी संतों ने की है।

वाराणसी। पैगंबर पर विवादित टिप्पणी करने में एक तरफ कट्टरपंथी नूपुर शर्मा का सिर तन से जुदा करने की बात कह रहे हैं और इस मामले में हिंसा भड़काई जा रही है। वहीं, काशी का संत समाज अब नूपुर के साथ खड़ा हो गया है। शनिवार को संत समाज की बैठक हुई। इसमें तमाम प्रस्ताव पास किए गए। साथ ही नूपुर का समर्थन किया गया। महंत बालक दास की अध्यक्षता में हुई संत समाज की बैठक में प्रस्ताव पास कर सरकार से मांग की गई कि जो भी लोग नूपुर को हत्या और रेप की धमकियां दे रहे हैं, उनपर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून NSA के तहत कार्रवाई हो। इसके अलावा नफरत फैलाने वाले मौलानाओं की संपत्ति जब्त करने और जिस मस्जिद के पास पथराव हो, उसमें ताला लगाने की मांग भी संतों ने की है।

nupur sharma

संत समाज ने बैठक में कहा कि देश को बचाने के लिए अब सड़क पर आना होगा और भारत को इस्लामी देश बनाने की साजिश का पर्दाफाश करना जरूरी है। उन्होंने ये मांग भी रखी कि मोहल्ला स्तर पर जेहादियों की सूची बननी चाहिए। महंत बालक दास ने संतों की बैठक में कहा कि भारत शरीयत से नहीं, संविधान से चलने वाला देश है। अगर हिंदू धर्म के बारे में कोई अपशब्द कहा जाएगा, तो ऐसा करने वालों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। अन्य संतों ने बैठक में कहा कि नूपुर शर्मा भारत की बेटी है और उन पर की जा रही टिप्पणियां माफी के लायक नहीं हैं।

बैठक मे संतों की राय थी कि केंद्र और राज्यों की सरकारें कट्टरपंथियों से सख्ती से पेश आएं। उन्होंने कहा कि जिस तरह शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जगह-जगह उपद्रव मचाया गया, उसे संत समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। बैठक में संतों ने ये फैसला भी लिया है कि ज्ञानवापी मस्जिद में शिवलिंग जैसी आकृति में छेद पाए जाने पर अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के खिलाफ संत पुलिस से शिकायत करेंगे। इसके अलावा जल्दी ही सभी पंथों, अखाड़ों और नागा साधुओं से बात कर संत कुछ और बड़े फैसले भी लेंगे।